- यूजीसी ने अब नैक ग्रेडिंग के बदलाव की प्रक्रिया को बदला

- एक जुलाई से लागू होगा नया नियम

मेरठ। यूजीसी ने अब सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों के लिए ऑनलाइन अपडेट रखने का नियम बनाया है। अगर ऑनलाइन अपना डाटा अपडेट नहीं किया तो यूजीसी से कॉलेज व यूनिवर्सिटी को नया नैक का ग्रेड नहीं मिलेगा। क्योंकि यूजीसी ने अब नैक ग्रेडिंग में नया रुल लागू किया है। इसके लिए जुलाई से ही शुरुआत होगी। इस प्रक्रिया के तहत 7 ग्रेड्स पर कॉलेजों का मूल्यांकन किया जाएगा। नैक ने अपने ग्रेडिंग सिस्टम में बदलाव किया है। इसके बाद अब नैक की टॉप ग्रेड ए प्लस प्लस हो जाएगी। वहीं, नए नियम के अनुसार अब जिस यूनिवर्सिटी या कॉलेज को नैक अपनी मूल्यांकन रिपोर्ट में डी ग्रेड देगा, उस कॉलेज को अनाधिकृत माना जाएगा।

एक जुलाई से लागू किया

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) से संबद्ध संस्था नैक यूनिवर्सिटी और कॉलेजों का निरीक्षण कर उनका विभिन्न मापदंडों पर मूल्यांकन करके ग्रेड तय करती है। नैक की मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर ही कॉलेज या यूनिवर्सिटी को यूजीसी से सहायता मिलती है। नैक ने अपने ग्रेड प्वाइंट्स का विस्तार करते हुए इन्हें सात भागों में बांटा है। अभी तक कॉलेजों की रैकिंग के हिसाब से नैक चार भागों में ही ग्रेड प्वाइंट्स तय करती थी। लेकिन नियमों में बदलाव के बाद कॉलेजों के ग्रेड अब सात भागों में होंगे। ग्रेड प्वाइंट्स के नियम में बदलाव एक जुलाई से लागू कर दिया गया है।

सभी संस्थाओं को लेटर ग्रेड

अब यूनिवर्सिटी, कॉलेजों और संस्थानों की ग्रेडिंग नए सिस्टम से लागू होगी। ग्रेडिंग सिस्टम की समीक्षा के बाद नैक की विशेष समिति ने यह बदलाव किया है। नए सिस्टम के तहत सबसे अधिक सीजीपीए पाने वाले संस्थानों को लेटर ग्रेड दिया जाएगा। वहीं, इससे नीचे रहने वाले संस्थानों को ए, बी, बी प्लस, सी या डी ग्रेड दिया जाएगा। वहीं सबसे अधिक या सबसे कम ग्रेड पाने वाले के स्टेट्स में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

मूल्यांकन के है कुछ मापदंड

नए नियमों के अनुसार, संस्थान की शैक्षणिक प्रक्रियाएं और उनके नतीजे, करिकुलम, अध्यापन और शिक्षण, मूल्यांकन प्रक्रिया, फैकल्टी, रिसर्च, बुनियादी ढांचा, संसाधन, संगठन, प्रशासन, वित्तीय स्थिति और छात्र सेवाओं के आधार पर संस्थान का मूल्यांकन किया जाएगा। नैक की तरफ से इसके लिए 1000 अंक निर्धारित किए गए हैं। इससे पहले वेरी गुड, गुड, संतोषप्रद असंतोषजनक इन चार कैटेगरी में शैक्षणिक संस्थानों को ग्रेड दिया जाता था। नए बदलाव में नैक ग्रेडिंग को यूजीसी ने काफी बेहतर बनाने का प्रयास किया है। इसमें सीधा या बी का सिस्टम नहीं है। नई प्रक्रिया में और बी के बीच इससे अधिक की भी प्रक्रिया है।

ये है पुराना सिस्टम

3.01- 4.00 ए वेरी गुड

2.01- 3.00 बी गुड

1.51- 2.00 सी संतोषजनक

नया ग्रेडिंग सिस्टम

सीजीपीए लेटर ग्रेड स्टेटस

3.764. 00 एए++ एक्रिडिएटेड

3.51- 3.75 ए+ एक्रिडिएटेड

3.01- 3.50 ए एक्रिडिएटेड

2.76- 3.00 बी ++ एक्रिडिएटेड

2.51- 2.75 बी + एक्रिडिएटेड

2.01- 2.50 बी एक्रिडिएटेड

1.51- 2.00 सी एक्रिडिएटेड

1.50 के बराबर या कम पर ग्रेड डी एक्रडिएटेड

वर्जन

ग्रेडिंग सिस्टम की नई प्रक्रिया लागू हो रही है, ये बहुत बड़ा बदलाव है। इससे यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों के सिस्टम में सुधार होगा।

दीपचंद, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू