ट्रेन में महिला की तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल पहुंचाने के लिए हुई व्यवस्था

आरपीएफ और रेलवे अफसरों के एक्स्ट्रा एफर्ट से बची महिला की जान

ALLAHABAD: इलाहाबाद छिवकी रेलवे स्टेशन पर गंभीर रूप से बीमार महिला यात्री को अस्पताल भेजने के लिए रेल प्रशासन ने मानवता की मिसाल पेश की। छिवकी स्टेशन से अस्पताल तक सड़क को ग्रीन कॉरीडोर में तब्दील कर दिया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि बेहद गंभीर महिला समय से अस्पताल पहुंचा दी गई। उसे पूरे रास्ते में कहीं जाम जो नहीं मिला। डॉक्टर्स ने सही समय पर ट्रीटमेंट दिया तो महिला का जीवन बच गया।

अधिकारियों को दी गई जानकारी

बुधवार को ट्रेन नंबर 19046 ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के एस-7 में सवार महिला पूनम पत्नी मंगल उम्र 25 वर्ष की तबियत अचानक खराब हो गई। वह जौनपुर से सूरत जाने के लिए निकली थी। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने आरपीएफ जवानों से संपर्क किया। आरपीएफ जवानों ने तत्काल इसकी सूचना अधिकारियों को दी। छिवकी स्टेशन पर 108 पर कॉल कर एम्बुलेंस मंगाई गई।

खुले रखे गए सभी क्रासिंग गेट

एंबुलेंस समय से स्टेशन पहुंचे और स्टेशन से उसे अस्पताल पहुंचने में समय न लगे इसके लिए अधिकारियों ने आपस में बात की। फिर उप स्टेशन अधीक्षक, नैनी, उप स्टेशन अधीक्षक इलाहाबाद और उप स्टेशन अधीक्षक छिवकी के साथ कंट्रोल ने आपस में समन्वय स्थापित किया। फिर एम्बुलेंस को घटनास्थल पहुंचाने के लिए नैनी रेलवे गेट पर खड़ी मालगाड़ी को आगे खिसकाकर गेट खुलवाया गया। इसके साथ ही मार्ग मे पड़ने वाले सभी रेल गेट को एम्बुलेंस के गुजरने तक हर हाल में खुला रखने का निर्णय लिया गया। इस सेफ पैसेज की वजह से महिला को कुछ ही मिनटों में अस्पताल पहुंचा दिया गया। इससे महिला को समय से इलाज मिला और उसकी जान बच गई। उसके बहन एवं भांजा भी यात्रा कर रहे थे।