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वे सिर्फ दहशत फैलाना चाहते थे

Group clash

Allahabad: दहशतगर्दों का कोई धर्म-इमान नहीं होता। वे अमन के दुश्मन होते हैं। तभी तो मामूली बात पर भी वह ऐसे रिएक्ट करते हैं जहां सब कुछ लुट गया हो। वेडनसडे लेट इवीनिंग चकिया एरिया में दो पक्षों के मामूली विवाद के बाद इस तरह से बमबाजी और फायरिंग शुरू हो गई कि दशहत फैल गई। आम लोग सन्नाटे में आ गए। सड़क पर मौजूद लोग घरों में दुबक गए और दुकानें धड़ाधड़ बंद। बड़े बवाल की आशंका में आनन-फानन में आसपास के थानों की फोर्स बुला ली गई। पीएसी भी पहुंच गई। देर रात तक दहशतगर्दों की तलाश जारी थी. 

मामूली मारपीट से बढ़ा विवाद
चकिया का रहने वाला सतीश राजगीर है। उसका एरिया के ही कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। सतीश की फैमली के अनुसार वह घर के पास एक दुकान पर बैठा था। उसी समय सद्दाम अपने भाइयों फरहान, कल्लू व कुछ अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा और सतीश को पीटना शुरू कर दिया। बीच बचाव करने पर पिटाई करने वाले युवक वहां से चले गए। थोड़ी ही देर बाद वह बड़ी संख्या में युवकों के साथ सतीश के घर पहुंचा और ताबड़तोड़ बमबाजी और फायरिंग शुरू कर दी। यह देखकर सतीश के समर्थन में भी बड़ी संख्या में लोग बाहर आ गए और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसी बीच आरोपी युवक बमबाजी करते हुए मौके से फरार हो गए। बमबाजी में सड़क पर मौजूद तीन महिलाएं घायल हो गईं। उधर मामले की जानकारी होते ही कई थानों की पुलिस फोर्स समेत एसपी क्राइम, एसपी सिटी समेत सिटी सर्किल के  सीओ मौके पर पहुंच गए। एरिया में तनाव की स्थित को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने पीएसी की तीन कम्पनियों को मौके पर लगा दिया गया। बमबाजी और फायरिंग में घायल रीता देवी, उमा देवी समेत तीनों महिलाओं को पुलिस ने काल्विन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

पुलिस को देखकर आपे से बाहर हुए लोग
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को देखते ही सतीश के फैमिली समेत कई लोगों आपे से बाहर हो गए। लोगों का आरोप था कि आरोपी युवक अक्सर इस प्रकार की घटना को अंजाम देते रहते हैं, लेकिन पुलिस उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। लोगों का बढ़ता गुस्सा देख मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया, इसके बाद माहौल शांत हुआ। इसके बाद ऑफिसर्स ने फोर्स के साथ पूरे एरिया में फ्लैग मार्च किया ताकि माहौल और न बिगड़े. 


पुलिस ने शुरू की दबिश
खुलेआम बमबाजी व फायरिंग करने वालों को पकडऩे के लिए पुलिस ने दबिश शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपी युवकों के घरों में भी तलाशी ली लेकिन वहां कोई नहीं मिला। पुलिस उन सभी स्थानों पर देर रात तक दबिश देती रही जहां आरोपी युवकों के होने की सम्भावना बनी हुई थी. 

मामूली मारपीट से बढ़ा विवाद

चकिया का रहने वाला सतीश राजगीर है। उसका एरिया के ही कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। सतीश की फैमली के अनुसार वह घर के पास एक दुकान पर बैठा था। उसी समय सद्दाम अपने भाइयों फरहान, कल्लू व कुछ अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा और सतीश को पीटना शुरू कर दिया। बीच बचाव करने पर पिटाई करने वाले युवक वहां से चले गए। थोड़ी ही देर बाद वह बड़ी संख्या में युवकों के साथ सतीश के घर पहुंचा और ताबड़तोड़ बमबाजी और फायरिंग शुरू कर दी। यह देखकर सतीश के समर्थन में भी बड़ी संख्या में लोग बाहर आ गए और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसी बीच आरोपी युवक बमबाजी करते हुए मौके से फरार हो गए। बमबाजी में सड़क पर मौजूद तीन महिलाएं घायल हो गईं। उधर मामले की जानकारी होते ही कई थानों की पुलिस फोर्स समेत एसपी क्राइम, एसपी सिटी समेत सिटी सर्किल के  सीओ मौके पर पहुंच गए। एरिया में तनाव की स्थित को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने पीएसी की तीन कम्पनियों को मौके पर लगा दिया गया। बमबाजी और फायरिंग में घायल रीता देवी, उमा देवी समेत तीनों महिलाओं को पुलिस ने काल्विन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस को देखकर आपे से बाहर हुए लोग

घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को देखते ही सतीश के फैमिली समेत कई लोगों आपे से बाहर हो गए। लोगों का आरोप था कि आरोपी युवक अक्सर इस प्रकार की घटना को अंजाम देते रहते हैं, लेकिन पुलिस उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। लोगों का बढ़ता गुस्सा देख मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया, इसके बाद माहौल शांत हुआ। इसके बाद ऑफिसर्स ने फोर्स के साथ पूरे एरिया में फ्लैग मार्च किया ताकि माहौल और न बिगड़े. 

पुलिस ने शुरू की दबिश

खुलेआम बमबाजी व फायरिंग करने वालों को पकडऩे के लिए पुलिस ने दबिश शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपी युवकों के घरों में भी तलाशी ली लेकिन वहां कोई नहीं मिला। पुलिस उन सभी स्थानों पर देर रात तक दबिश देती रही जहां आरोपी युवकों के होने की सम्भावना बनी हुई थी.