- विभाग नगर निगम को और समाजसेवी संस्था प्रशासन को मान रहे दोषी

- रामनगर ब्लॉक में संपन्न हुए 32 विवाह, 7 जोड़ों की दोबारा करा दी शादी

BAREILLY:

गरीब परिवारों की कन्याओं का विवाह संपन्न कराने में प्रशासन फ्लॉप साबित हुआ है। महज 32 कन्याओं के हाथ पीले किए हैं जबकि लक्ष्य सौ कन्याओं का था। लक्ष्य के सापेक्ष विवाह संपन्न न हो पाने की वजह से प्राप्त 1.76 करोड़ रुपए शासन को वापस करने की संस्तुति समाज कल्याण विभाग ने सीडीओ से की है। सूत्रों के मुताबिक समाज कल्याण विभाग लक्ष्य पूरा न होने पर नगर निगम को दोषी माना है। क्योंकि पार्षदों ने सहयोग नहीं किया जबकि सर्वाधिक विवाह नगर निकायों में ही कराने के आदेश थे।

प्रशासन ने भी नहीं दिया साथ

प्रशासन ने सामूहिक विवाह योजना को संपन्न कराने के लिए कई मीटिंग की लेकिन अपने कर्मचारियों को ईमानदारी का पाठ नहीं पढ़ा सके। जिसके चलते कन्यादान का पुण्य शासन को प्राप्त नहीं हो सका। यह कहना है सामूहिक विवाह संपन्न कराने वाली सामाजिक संस्थाओं के संचालकों का। उनके मुताबिक प्रशासन ने उम्र, आय और जाति प्रमाण पत्र मांगे थे। जिसे बनवाने के लिए लोगों ने संबंधित विभागों के खूब चक्कर लगाए लेकिन उनसे कमीशन की मांग की जाने लगी। गरीब परिवारों ने शिकायत की लेकिन डीएम और सीडीओ किसी ने भी एक्शन नहंीं लिए। आखिर में लोग अधर में रहे और योजना फ्लॉप साबित हुई। बता दें कि रामनगर ब्लॉक में फर्जीवाड़ा करने पर एडीओ करन सिंह सस्पेंड हो चुके हैं।

योजना को सफल बनाने के लिए काफी प्रयास किए गए लेकिन अन्य विभागों से कोई सहयोग नहीं मिलने से लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। बजट वापस करने की संस्तुति की है।

अशोक दीक्षित, समाज कल्याण अधिकारी