शिकायत पर क्विक एक्शन व ईमानदारी की सभी कर रहे सराहना

ALLAHABAD: इलाहाबद की जीआरपी ने यह साबित कर दिखाया कि इंसानियत व ईमानदारी अभी भी जिंदा है। दिल्ली के रहने वाले आशीष कुमार की गहनों से भरी अटैची 19 नवंबर को इलाहाबाद जंक्शन पर छूट गई थी। जिसकी शिकायत उन्होंने जीआरपी थाने में दर्ज कराई थी। तीन दिन बाद उन्हें अटैची मिल गई और उसमें रखी ज्वैलरी भी सही सलामत थी। अटैची मिलने के बाद जीआरपी ने आशीष कुमार को सौंप दिया।

प्लेटफार्म पर ही मिली अटैची

दिल्ली के रहने वाले आशीष कुमार 19 नवंबर को दूरंतो एक्सप्रेस से परिवार के साथ इलाहाबाद पहुंचे। साथ में काफी भी सामान था। उन्हें इलाहाबाद में एक रिलेटिव के यहां आयोजित समारोह में शामिल होना था। जाते समय एक अटैची जंक्शन पर ही छूट गई। अटैची में करीब दो लाख रुपए के कीमत की ज्वैलरी के साथ अन्य सामान भी थे। जिसकी शिकायत उन्होंने जीआरपी थाने में दर्ज कराई। जीआरपी छानबीन में जुटी तो अटैची प्लेटफार्म पर ही मिल गई। जिसे जीआरपी के जवानों ने मंगलवार को आशीष कुमार को बुला कर उन्हें सौंप दिया। ज्वैलरी से भरी अटैची मिलने पर आशीष कुमार ने जीआरपी इलाहाबाद की टीम को धन्यवाद दिया। जीआरपी के इस ईमानदारी व क्विक एक्शन की बात जो भी सुना वह तारीफ करने से खुद को नहीं रोक सका।