-जीआरपी इलाहाबाद की कारस्तानी

-24 अप्रैल को जनता एक्सप्रेस से पैसेंजर का बैग हुआ था चोरी

ALLAHABAD: जीआरपी का सिक्योरिटी सिस्टम ही नहीं, इनवेस्टिगेशन सिस्टम भी फ्लॉप और फेल है। क्योंकि रेलवे में चोरी, लूट और डकैती की घटनाएं तो आए दिन होती हैं, लेकिन खुलासा और रिकवरी में महीनों लग जाता है। खुलासा के बाद भी रिकवरी में सामान मिलेगा, जीआरपी से इसकी उम्मीद करना बेकार है। कुछ ऐसा ही बाघम्बरी रोड की रहने वाली वर्षा वर्मा के साथ हुआ। ट्रेन में उनका हजारों रुपए का सामान चोरी हुआ। लेकिन, जीआरपी ने केवल एक मोबाइल ही लौटाया।

पटना जाते समय हुई घटना

बाघम्बरी रोड अल्लापुर के कृष्ण कुंज कॉलोनी की रहने वाली वर्षा वर्मा ख्ब् अप्रैल को छिवकी जंक्शन से पटना के लिए रवाना हुई थीं। जनता एक्सप्रेस के एस-म् कोच में क्फ्-क्ब् नंबर की सीट पर उनका रिजर्वेशन था। देर रात करीब दो बजे ट्रेन विंध्याचल से मिर्जापुर के बीच पहुंची थी कि तभी मिडिल बर्थ पर सो रही वर्षा के सिर के पास रखा हैंड बैग किसी ने उड़ा दिया। नींद खुली तो वर्षा ने देखा बैग गायब है। बैग में सोने की दो अंगूठी, दो चेन, डायमंड रिंग, पायल, म्00 रुपया कैश, एक टैबलेट, मोबाइल और एटीएम कार्ड आदि भी रखे थे, जो गायब हो गए।

रनिंग ट्रेन में दर्ज हुआ था मुकदमा

चलती ट्रेन में सामान चोरी होने पर वर्षा ने जीआरपी के जवानों से शिकायत की थी और मुकदमा दर्ज कराया था। रनिंग ट्रेन में मुकदमा दर्ज होने के बाद केस विंध्याचल जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया गया। अप्रैल में हुई चोरी का खुलासा जीआरपी विंध्याचल नहीं कर सकी। एक सप्ताह पहले वर्षा वर्मा के मोबाइल विंध्याचल जीआरपी ने कॉल कर बताया कि उनका मोबाइल मिल गया है। जीआरपी जवान के जरिये मोबाइल तो इलाहाबाद भेज दिया गया। लेकिन, गायब हुए अन्य सामानों के बारे में पूछे जाने पर कहा, रिकवरी नहीं हुई। जीआरपी विंध्याचल का कहना है कि जिस व्यक्ति के पास से मोबाइल मिला है, वह घटना वाले दिन जेल में था। लेकिन उसके पास मोबाइल कैसे पहुंचा? किसने दिया और चोरी गई ज्वैलरी कहां है, इसके बारे में कुछ नहीं बता सकी है।

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इंगेजमेंट रिंग को कैसे भुला दूं

सीएस वर्षा की शादी तय हो चुकी है। घटना से पहले ही उनकी इंगेजमेंट हुई थी। चोरों ने जो बैग उड़ाया उसमें उनकी इंगेजमेंट रिंग भी थी। इसे उन्होंने सुरक्षा के चलते बैग में रख दिया था। आई नेक्स्ट ऑफिस पहुंची वर्षा ने कहा कि इंगेजमेंट रिंग को भुला पाना बेहद मुश्किल है। इसीलिए वह हर दूसरे दिन जीआरपी को फोन जरूर करती हैं। जवाब उन्हें चौंकाने वाला मिलता है। एक बार तो कहा गया कि इस समय चोरियां रुक गई हैं। चोर अंडरग्राउंड हो गए हैं। चोरियां हों तो वह कार्रवाई करेंगे। सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी में चोरी की घटना आई नेक्स्ट में प्रकाशित हुई तो वह हमारे ऑफिस पहुंच गई। ब्यौरा देने। इस उम्मीद में कि शायद अब पुलिस खुलासा कर दे।