-26 दिन बाद दस परसेंट व्यापारियों के माल की हुई बुकिंग,

-एक जुलाई के बाद से ठप था ट्रांसपोटर्स का कारोबार

-हर दिन दो करोड़ रुपये का हो रहा रहा था नुकसान

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जीएसटी लागू होने के बाद से ठप चल रहा ट्रांसपोटर्स कारोबार अब जोर पकड़ने लगा है। हालांकि ट्रांसपोटर्स सिर्फ उन्हीं कारोबारियों के माल की बुकिंग व डिलेवरी कर रहे हैं जिनका जीएसटी में रजिस्ट्रेशन है। ट्रांसपोटर्स का कहना है कि कोई कारोबारी राज्यों के बीच माल मंगाता है और जीएसटी में रजिस्टर्ड है तभी माल बुक होगा। ट्रांसपोर्ट भाड़े पर लगने वाले पांच परसेंट जीएसटी को बिल्टी में लगाना है ना कि पार्टी से लेना है। माल भेजने या पाने वाले किसी एक को डिपार्टमेंट में टैक्स देना है। माल बुकिंग से पहले यह जांच कर लें कि बिल पर जीएसटी नंबर दर्ज है या नहीं। कपड़ा व जरी के अलावा अन्य कारोबारियों ने माल की बुकिंग करानी शुरू कर दी है।

एचएसएन कोड अनिवार्य

ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जेपी तिवारी ने अनुसार दो स्टेट के बीच माल के परिवहन के लिए दोनों, माल भेजने वाले और माल खरीदने वाले के इनवॉयस पर जीएसटी नंबर के अलावा आईजीएसटी टैक्स चार्ज होना चाहिए। इसके एक्स्ट्रा आइटम का एचएसएन कोड होना भी अनिवार्य है।

जीएसटी है जरूरी

अगर कोई कारोबारी कहता है की वह 20 लाख के नीचे की श्रेणी में आता है तो उसे बताएं कि जीएसटी के अंतर्गत यह केवल स्टेट के अंदर ट्रांसपोर्टेशन के लिए है। यानी लोकल यूपी से यूपी। इंटर स्टेट व्यापार ट्रांसपोर्टेशन यानी दिल्ली से झारखंड करने के लिए भेजने और पाने वाली पार्टी का जीएसटी नंबर अनिवार्य है।

टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन पर बुकिंग

अगर कोई पार्टी जीएसटी का बिल देती है और सामने वाली पार्टी का जीएसटी नंबर नही है तो उसका टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन नंबर (टीआरएन) लेकर बुकिंग की जा सकती है।

जीएसटी नंबर दर्ज होने वाले कारोबारियों का ही ट्रांसपोटर्स अब माल की बुकिंग व डिलेवरी करेंगे। लगभग दस परसेंट कारोबारियों ने काम धाम अब शुरू कर दिया है।

जेपी तिवारी, अध्यक्ष

वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

एक नजर

500

ट्रक रोजाना पहुंचते है बनारस

200

ट्रक रोजाना सब्जी व फल मंडियों में 100

ट्रक रोजाना माल पहुंचता है विशेश्वरगंज मंडी में।

100

ट्रक माल रोजाना पहुंचता है कपड़ा मंडी में।

-100

ट्रक माल रोजाना पहुंचता है लोहा व बिल्िडग मैटेरियल्स मंडी में

450

से अधिक हैं शहर में छोटे-बड़े ट्रांसपोर्टर

2

करोड़ रुपये है रोजाना ट्रांसपोटर्स का टर्नओवर