महंगाई
स्पोर्ट्स कारोबार पर पड़ रहा जीएसटी का असर
जेब को हल्की करेगा खेल और कसरत
-12 प्रतिशत से सीधा 28 प्रतिशत टैक्स रेट पर पहुंचे जिम इक्यूपमेंट
मेरठ। जीएसटी का असर शहर के स्पोर्ट्स कारोबार में दिखाई दे रह है। स्पोर्ट्स व्यापारियों को जहां हर रोज 2 से 3 लाख रुपए तक की चपत लग रही है। वहीं होलसेल के आर्डर भी पूरी तरह से रुक गए हैं। जीएसटी आम वर्ग से ज्यादा स्पोर्ट्स कारोबारी की जेब पर भारी पड़ रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने व्यापारी वर्ग और आमजन से बात कर जीएसटी की ग्राउंड रिपोर्ट की जानकारी ली तो अधिकतर व्यापारियों ने जीएसटी में सुधार की उम्मीद जताई है।
28 प्रतिशत टैक्स
स्पोर्ट्स व्यापारी दिनेश कोरी ने बताया कि आमतौर पर जिम इक्यूपमेंटस जैसे डंबल, प्लेट्स, रोड पहले से ही महंगे स्पोर्ट्स गुडस में शामिल था। इस पर 12 प्रतिशत टैक्स लगता था। लेकिन जीएसटी के बाद जिम इक्यूपमेंटस को 28 प्रतिशत स्लैब में रखा गया है। इससे जिम के शौकीनों को अब 28 प्रतिशत टैक्स के साथ सामान खरीदना होगा। जीएसटी के कारण होलसेल का आर्डर रुक गए है। स्पोर्ट्स मार्केट को गत माह 35 से 40 लाख रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है।
पहले पांच प्रतिशत टैक्स पर आने वाला नॉयलॉन का कपड़ा और धागा अब 12 प्रतिशत पर आएगा। इससे कपड़ा और सिलाई दोनों महंगी हो गई है।
-विपिन मनोठिया
आर्नर, मनोठिया स्पोर्ट्स वियर, सूरजकुंड
स्पोर्ट्स गुड्स के हजार रुपए से अधिक के आइटम पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगा है, जो समान पहले 100 रुपए का था उसके लिए अब 112 रुपए देने होंगे।
-आरके शर्मा
दामोदर कॉलोनी
जीएसटी से पहले प्रोटीन 14 प्रतिशत स्लैब में था जिसे अब 28 प्रतिशत कर दिया गया है। ऐसे में प्रोटीन के दाम में बढ़ोतरी होगी।
-रजनीश कौशल,महामंत्री
मेरठ केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन
जीएसटी से पहले स्पोर्ट्स गुड्स जीरो प्रतिशत स्लैब में था लेकिन अब 5 से 12 प्रतिशत के स्लैब में शामिल हो गया है। जाहिर है कीमतें बढ़ेंगी।
-राजाराम, डीएसओ
स्पोर्ट्स स्टेडियम