ALLAHABAD: कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और जीएसटी लॉ रिव्यू कमेटी के सदस्य प्रवीण खंडेलवाल ने गुरुवार को होटल कृष्णा रीजेंसी निकट संगम प्लेस पर व्यापारियों के साथ मीटिंग की। ज्यादातर व्यापारियों ने ई-वे बिल को लेकर आ रही समस्या पर अपनी बात रखी और कहा कि 50,000 से ऊपर का माल वह भले ही 20 पार्टियों का हो। लेकिन एक गाड़ी में ले जाने पर ई-वे बिल जेनरेट करना अत्यंत दुष्कर है। कहा कि कई बार दुकान बंद होने पर माल वापिस आता है।

व्यापारियों ने दिए सुझाव

डिस्ट्रीब्यूटर अजय गुप्ता ने कहा कि हमारी गाड़ी एक लाख का माल लेकर बाजार में बेचने जाती है और हमें पता नहीं होता कौन व्यापारी कितना माल लेगा। इसलिए हमें अननोन रेसिपिएंट के नाम से ई-वे बिल जेनरेट करना होता है। इस पर प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हमने सरकार को पोर्टल से ई-वे बिल जेनरेट करने को खत्म करने का सुझाव दिया है। हर व्यापारी का एक क्यूआर कोड हो, जिसे वह बिल पर लगा दे। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कहा की सरकार जीएसटी में पांच दरों को समाप्त कर केवल 3 दरों का प्रावधान करें। यह भी मांग रखी कि 20 जनवरी से बैंकों द्वारा लगाए गए शुल्क को भी सरकार वापस ले। आए हुए सदस्यों का स्वागत इलाहाबाद के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने किया। मीटिंग में विभु अग्रवाल दिनेश केसरवानी अनुपम अग्रवाल पीयूष गोयल आशीष अग्रवाल अरविंद अग्रवाल अजय अग्रवाल मनीष शुक्ला गौतम अरोड़ा संदीप केसरवानी अनिल गोयल आदि व्यापारी मौजूद रहे।