दो बार खरीदनी पड़ेगी uniform
सेंट्रल स्कूल में करंट सेशन में एडमिशन लेने वाले नए स्टूडेंट्स के लिए यूनिफार्म का पूरा सेट एक हजार रुपए से अधिक का पड़ रहा है। यह खर्चा सिर्फ समर ड्रेस का है। विंटर के लिए फिर उन्हें पैंट, शर्ट, स्वेटर और ब्लेजर बिल्कुल नया लेना होगा। क्योंकि, समर में पैंट का कलर स्टील ग्रे रखा गया है। जाड़े में शर्ट भी फुल स्लीव की लेनी होगी। इसके साथ जैकेट भी लेना होगा। शॉक्स, शूज और बेल्ट भी नई खरीदनी होगी। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम तो उन बच्चों के लिए है जो यहां पहले से पढ़ रहे हैं। क्योंकि हर पैरेंट यही सोचता है कि एक बार यूनिफार्म ले ली तो कम से कम दो साल की फुर्सत। लेकिन उनकी पुरानी ड्रेस तो अब चलेगी ही नहीं.

Sports dreess भी अलग होगी
नेवी ब्लू ट्रैक पैंट्स ब्वायज व गल्र्स के लिए कॉमन होगी। लेकिन, स्टूडेंट्स को एलॉट हाउस के एकॉर्डिंग उनकी टी शर्ट का कलर अलग होगा। टी शर्ट चार कलर्स की हैं। रेड, ग्रीन, ब्लू और यलो। हाउस के हिसाब से इनमें से एक कलर की टी शर्ट खरीदनी होगी। शूज भी अब पीयू सोल वाले होंगे। लेस वाले शूज की जगह अब वेलक्रो वाले शूज चलेंगे। बेल्ट भी सिंथेटिक बुनी हुई होनी चाहिए। इसके बकल पर केवी का लोगो होगा। क्लास छह से 12 तक के ब्वायज की ड्रेस की बात करें तो समर के लिए ब्लू, ग्रे, व्हाइट और रेड चेक की शर्ट और प्लेन ग्रे पैंट होगी। विन्टर में इनके लिए ब्लू, ग्रे, व्हाइट और रेड चेक की वूलेन शर्ट, और स्टील ग्रे की पैंट। इसके साथ विन्टर में गल्र्स व ब्वायज दोनों के लिए फुल और हाफ हुडेड जैकेट या फिर नेवी ब्लू वी नेक स्वेटर लेना होगा। इसकी नेक, स्लीव और वेस्ट पर रेड स्ट्रिप होनी चाहिए। यानि कि ड्रेस के नाम पर ही इस बार गार्जियंस पर करीब दो हजार से ज्यादा का बर्डन आ गया है। इसमें बुक्स, स्टेशनरी और फीस को शामिल नहीं किया गया है.

एडमिशन कराते समय तो हम लोग यह सोचते हैं कि दो-तीन क्लास तक हमारे बच्चे एक यूनिफार्म से काम चला लेंगे। लेकिन, ड्रेस बदल जाने से हमारे ऊपर नए सिरे से इसके खर्चे का बोझ आ गया है. 
-गार्जियन

बुक्स और स्टेशनरी की बढ़ी हुई कीमत से हम लोग पहले ही परेशान थे। नई यूनिफार्म का भी खर्च बर्दाश्त कर पाना बहुत कठिन है। इसके लिए हमें अपने अन्य जरूरी खर्च से कटौती करनी होगी। क्योंकि बच्चों को पढ़ाना तो है ही.
-गार्जियन

बढ़ी हुई फीस ने पहले ही परेशान कर रखा था। ऊपर से ड्रेस का खर्च। मेरे दो बच्चे पढ़ते हैं। मेरा पांच हजार से ज्यादा खर्च हो जाएगा यूनिफार्म पर ही.
-गार्जियन
दो बार खरीदनी पड़ेगी uniform

सेंट्रल स्कूल में करंट सेशन में एडमिशन लेने वाले नए स्टूडेंट्स के लिए यूनिफार्म का पूरा सेट एक हजार रुपए से अधिक का पड़ रहा है। यह खर्चा सिर्फ समर ड्रेस का है। विंटर के लिए फिर उन्हें पैंट, शर्ट, स्वेटर और ब्लेजर बिल्कुल नया लेना होगा। क्योंकि, समर में पैंट का कलर स्टील ग्रे रखा गया है। जाड़े में शर्ट भी फुल स्लीव की लेनी होगी। इसके साथ जैकेट भी लेना होगा। शॉक्स, शूज और बेल्ट भी नई खरीदनी होगी। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम तो उन बच्चों के लिए है जो यहां पहले से पढ़ रहे हैं। क्योंकि हर पैरेंट यही सोचता है कि एक बार यूनिफार्म ले ली तो कम से कम दो साल की फुर्सत। लेकिन उनकी पुरानी ड्रेस तो अब चलेगी ही नहीं।

Sports dreess भी अलग होगी

नेवी ब्लू ट्रैक पैंट्स ब्वायज व गल्र्स के लिए कॉमन होगी। लेकिन, स्टूडेंट्स को एलॉट हाउस के एकॉर्डिंग उनकी टी शर्ट का कलर अलग होगा। टी शर्ट चार कलर्स की हैं। रेड, ग्रीन, ब्लू और यलो। हाउस के हिसाब से इनमें से एक कलर की टी शर्ट खरीदनी होगी। शूज भी अब पीयू सोल वाले होंगे। लेस वाले शूज की जगह अब वेलक्रो वाले शूज चलेंगे। बेल्ट भी सिंथेटिक बुनी हुई होनी चाहिए। इसके बकल पर केवी का लोगो होगा। क्लास छह से 12 तक के ब्वायज की ड्रेस की बात करें तो समर के लिए ब्लू, ग्रे, व्हाइट और रेड चेक की शर्ट और प्लेन ग्रे पैंट होगी। विन्टर में इनके लिए ब्लू, ग्रे, व्हाइट और रेड चेक की वूलेन शर्ट, और स्टील ग्रे की पैंट। इसके साथ विन्टर में गल्र्स व ब्वायज दोनों के लिए फुल और हाफ हुडेड जैकेट या फिर नेवी ब्लू वी नेक स्वेटर लेना होगा। इसकी नेक, स्लीव और वेस्ट पर रेड स्ट्रिप होनी चाहिए। यानि कि ड्रेस के नाम पर ही इस बार गार्जियंस पर करीब दो हजार से ज्यादा का बर्डन आ गया है। इसमें बुक्स, स्टेशनरी और फीस को शामिल नहीं किया गया है।

एडमिशन कराते समय तो हम लोग यह सोचते हैं कि दो-तीन क्लास तक हमारे बच्चे एक यूनिफार्म से काम चला लेंगे। लेकिन, ड्रेस बदल जाने से हमारे ऊपर नए सिरे से इसके खर्चे का बोझ आ गया है. 

-गार्जियन

बुक्स और स्टेशनरी की बढ़ी हुई कीमत से हम लोग पहले ही परेशान थे। नई यूनिफार्म का भी खर्च बर्दाश्त कर पाना बहुत कठिन है। इसके लिए हमें अपने अन्य जरूरी खर्च से कटौती करनी होगी। क्योंकि बच्चों को पढ़ाना तो है ही।

-गार्जियन

बढ़ी हुई फीस ने पहले ही परेशान कर रखा था। ऊपर से ड्रेस का खर्च। मेरे दो बच्चे पढ़ते हैं। मेरा पांच हजार से ज्यादा खर्च हो जाएगा यूनिफार्म पर ही।

-गार्जियन