12 बच्चों सहित 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
ग्वाटेमाला सिटी (आइएएनएस)
। ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर 69 हो गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस विस्फोट से करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बीते रविवार को फ्यूगो में चार दशकों से सक्रिय ज्वालामुखी में भीषण विस्फोट हो गया था। इससे लावा और राख का गुबार चारों ओर फैल गया। लावा ने कई गांवों को अपनी चपेट में लेकर पूरी तरह से तबाह कर दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 12 बच्चों सहित 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से जल गए हैं।

फंसे 3265 लोगों को बाहर निकाला जा चुका

ग्वाटेमाला के राष्ट्रीय आपदा और प्रबंधन अधिकारियों के अनुसार, अभी तक इस आपदा में फंसे 3265 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है और 1711 लोगों को अस्थायी शिविरों में भेज दिया गया है। जानकारों ने बताया कि राख का गुबार आकाश में दस किलोमीटर ऊपर तक फैल चुका था जो धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। विस्फोट के बाद ज्वालामुखी से निकली राख और अन्य पदार्थो ने एल रोडियो और सैन मिगुएल लॉस लोट्स क्षेत्र को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया और इनसे संपर्क करना मुश्किल हो गया था।

कई लोग लावा में ही दब गए
एक चश्मदीद के मुताबिक विस्फोट के वक्त वह दुकान की तरफ जा रही थी और ज्वालामुखी से निकले पदार्थ से वह बाल-बाल बची। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। बता दें कि अल रोडियो, अलोतेनांगो और सैन मिगुएल में सबसे ज्यादा लोग मारे गए हैं। राष्ट्रपति जिमी मोरालेस ने तीनों शहरों में रेड अलर्ट और पूरे देश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया। स्थिति गंभीर होने पर आपातकाल की भी घोषणा की जा सकती है। कोनराड नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के महासचिव सर्गियो कबानास ने बताया कि ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद लावा की नदी बह रही है। कई लोग लावा में ही दब गए हैं। ज्वालामुखी के आसपास रहने वाले तीन हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।

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