छावनी क्षेत्र में स्थित डोगरा मंदिर परिसर में सोमवार सुबह हुई वारदात, जवान अस्पताल में भर्ती

गणतंत्र दिवस पर हाई अलर्ट के बीच वारदात, छावनी की सुरक्षा पर उठे सवाल

Meerut। गणतंत्र दिवस से पूर्व हाई अलर्ट के बावजूद बदमाशों ने मेरठ कैंट एरिया की सुरक्षा को धता बता दिया। सोमवार सुबह कैंट के प्रसिद्ध डोगरा मंदिर परिसर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। मंदिर की सुरक्षा में तैनात सैनिक ने एक बदमाश को पकड़ा तो दूसरे ने उसे गोली मार दी। गोली कंधे के नीचे सीने को पार होती हुई कमर से निकल गई।

सुरक्षा में तैनात था सैनिक

जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह डोगरा मंदिर के आसपास की लाइट चली गई। मंदिर की सुरक्षा में डोगरा रेजीमेंट की 153 टेरीटोरियल आर्मी का सिपाही हरविंद्र सिंह (गाजियाबाद के नूरपुर गांव का निवासी) तैनात था। लाइट बंद होने पर जवान ने लाइट जाने का कारण जानने का प्रयास किया तो उसने देखा कि मंदिर परिसर में लगे पानी के आरओ के पास से कुछ तार काटे गए हैं, जिस कारण लाइट गई है। आरओ वहां नहीं है, जिसे लेकर दो युवक जा रहे थे। जवान ने दौड़कर एक को पकड़ लिया। चोरों ने खुद को घिरता देख 315 बोर के तमंचे से जवान को गोली मार दी और आरओ छोड़कर फरार हो गए।

साथियों ने पहुंचाया अस्पताल

गोली की आवाज सुनकर एक्सरसाइज पर निकले जवान दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे। जवानों ने अफसरों को सूचना दी और घायल को सेना के अस्पताल में पहुंचाया। सूचना पर एएसपी सतपाल सिंह, एसओ लालकुर्ती वीरेंद्र कुमार और सेना के अफसर मौके पर पहुंच गए। डॉग स्क्वायड के साथ बदमाशों में की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

सुरक्षा पर उठे सवाल

इस वारदात से कैंट की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। अतिसंवेदनशील एवं हाई सिक्योरिटी जोन में हथियारों के साथ चोरों की चहलकदमी ने गणतंत्र दिवस से पहले कैंट क्षेत्र में सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी है। सनद हो कि पूर्व में आईएसआई का एजेंट मोहम्मद इजाज भी सुरक्षा दावों को धता बताकर कैंट क्षेत्र में चहलकदमी करते पकड़ा गया था। घटना के संबंध में डोगरा रेजीमेंट के सूबेदार सतीश कुमार की तहरीर पर थाना लालकुर्ती में जानलेवा हमला, चोरी का प्रयास की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

कैंट में सेना के जवान को गोली मारकर घायल करने वालों की तलाश चल रही है। आरोपी जल्द ही पुलिस की पकड़ में होंगे। घटना के संबंध में थाना पुलिस से जबाव-तलब किया जा रहा है।

मंजिल सैनी,एसएसपी

इनसेट

अपराधियों का अड्डा बना पुलिस चौकी

जिस तोपखाना चौकी को कई साल पहले सुरक्षा के लिहाज से खोला गया था। अब वहां पर पुलिस के बजाए गुंडा तत्व रहते हैं। शाम होते ही इस चौकी में शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। कभी-कभी यहां पर पुलिस की फैंटम आती है और खानापूरी कर चली जाती है। घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर यह चौकी स्थित है।