350वां शताब्दी समारोह

जेनरल सेक्रेटरी चरणजीत सिंह ने  मार्निंग में करीब 8.45 में कथा को बीच में रोक कर तख्तश्री कमेटी के तख्तश्री हजूर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी प्रताप सिंह को 350वां शताब्दी समारोह मनाने को लेकर एडिशनल हेड ग्रंथी की सेवा सौंपे जाने की बात कही।

पुत्र समेत पहुंचे जत्थेदार

अनाउंसमेंट होते ही जत्थेदार भाई इकबाल सिंह अपने बेटे गुरप्रसाद सिंह के साथ स्टेज पर आए और जयकारा करने लगे। इसी बीच उनके बेटे ने कहा कि बिना पंच प्यारे की अनुमति कैसे अप्वाइंटमेंट हो गई। इतना ही नहीं, गुरप्रसाद की कुछ लोगों के साथ बहस होने के साथ ही म्यान से तलवार खींच ली गई। तलवार लाठियां और बरछे से एक-दूसरे पर वार स्टार्ट हो गया।

आधे दर्जन से अधिक इंजर्ड

इस घटना में तख्तश्री पटना साहिब के जत्थेदार भाई इकबाल सिंह, उनके बेटे गुरप्रसाद सिंह व सीनियर ग्रंथी गुरदयाल सिंह इंजर्ड हो गए। गुरदयाल के पगड़ी पर तलवार से हमला किया गया जिस की वजह से गुरप्रसाद का सिर फट गया और गंभीर चोटें आईं।

फिर भागने लगे संगत

इस इंसिडेंट के बाद संगत इधर-उधर भागने लगे। कुछ तो अपना लगेज लेकर घर को चल दिए, तो कुछ पुलिस वालों से कार्रवाई करने की बात कह रहे थे। सभी घायलों का ट्रीटमेंट श्री गुरु गोविंद सिंह हॉस्पीटल में कराया गया। यहां एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी जयंतकांत, एसडीओ त्यागराजन एसएम, डीएसपी राजेश कुमार, सदर डीएसपी मुत्तफिक अहमद के साथ करीब आठ थाना के एसएचओ बल थे।

लात-घूसे के बाद FIR

तख्तश्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह के पुत्र गुरदयाल सिंह ने चौक थाना में एफआईआर दर्ज कराई। इसमें तख्तश्री कमेटी के प्रेसिडेंट आरएस गांधी, वाइस प्रेसिडेंट आरएस जीत, महाराजा सिंह सोनू, जेनरल सेक्रेटरी चरणजीत सिंह, सेक्रेटरी महेंद्र सिंह छाबड़ा, संत बाबा कश्मीर सिंह भूरिवाले, तख्तश्री के एडिशनल हेड ग्रंथी ज्ञानी प्रताप सिंह को नेम्ड व 50-100 अज्ञात के खिलाफ कांड 7/14 दर्ज कराया गया है।

तलवार से किया हमला

एफआईआर में कहा गया कि एडिशनल हेड ग्रंथी की अनाउंसमेंट सुनने के बाद जब वे अपने पिता के साथ स्टेज पर पहुंचे कि उन दोनों पर तलवार से जान मारने की नीयत से हमला कर दिया गया। तलवार उसके सिर पर लगा और वह इंजर्ड हो गया। उसके पिता को तलवार से चोट आई। गुरदयाल सिंह के सिर पर तलवार से हमला किया गया, जिससे उसकी पगड़ी दो हिस्से में कट गयी। उसके पिता पर लात-घूंसा भी चलाए गए। एक दूसरा एफआईआर यूपी के बिजनौर के गुरमीत सिंह व जालंधर के संत पाल सिंह ने कराई। इसमें जत्थेदार साहेब के बेटे गुरप्रसाद सिंह, गुरदयाल सिंह व अन्य नेम्ड और बाकी अज्ञात है।

तख्तश्री कमेटी को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। जत्थेदार सिंह साहेब के बेटे गुरप्रसाद को हस्तक्षेप नहीं करनी चाहिए थी। गुरु घर की बदनामी हुई है।

सरदार राजा सिंह

फॉर्मर सेक्रेटरी, तख्तश्री कमेटी

कमेटी ने मेंबर्स से एडिशनल हेड ग्रंथी की अप्वाइंटमेंट में सलाह नहीं ली गई। यह गलत व हिटलरशाही है।

सरजिंदर सिंह

मेंबर, तख्तश्री कमेटी

दशमेश पिता के प्रकाश उत्सव में श्रद्धा के साथ संगत भाग लेने आती हूं। जो भी स्टेज पर हुआ व शर्मशार था। संत-महापुरुष ऐसा करेंगे, तो संगत को क्या संदेश जाएगा।

जगजोत सिंह

इंसीडेंट के बाद संगत भागने लगे। प्रोग्राम बाधित हो रहा था, पर हमलोगों ने धार्मिक आयोजन को जारी रखा और संगतों को रोका।

सरदार सन्नी

संगत, दिल्ली