साहस है तो सब कुछ है
दरअसल गुडग़ांव की रहने वाली 34 साल की उर्वशी यादव के पति का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हो गया था। एक्सीडेंट काफी गंभीर था। डॉक्टरों ने कहा कि उनके कूल्हे रिप्लेस करने होंगे। इस हादसे के बाद पति के इलाज में लगने वाले खर्च और परिवार की जिम्मेदारियों में हाथ बंटाने के लिए उर्वशी ने कमाने की सोची। उन्होंने पहले एक स्कूल में पढ़ाना शुरू किया लेकिन उनको लगा कि इससे उनकी अच्छी कमाई नहीं हो पाएगी इसलिए उर्वशी ने फैसला लिया कि वो छोले कुल्चे बेचेंगी। बता दें कि उर्वशी कि फिलहाल आर्थिक स्थिति खराब नहीं हैं लेकिन भविष्य में कोई संकट ना आए इसके लिए उन्होंने अभी से काम करना शुरू कर दिया। उर्वशी के पति अमित यादव एक बड़ी निर्माण कंपनी में ऐग्जिक्युटिव हैं और उनके ससुर भारतीय वायुसेना ने रिटायर्ड कमांडर हैं।

अच्छी होती है कमाई
उर्वशी को खाना बनाने का शौक हमेशा से था। अपने इसी शौक को उन्होंने अपना प्रोफेशन बनाने की सोची। तपती गर्मी हो या भारी बारीश उर्वशी पूरी लगन के साथ काम करती हैं। ठेला लगाए उनको मात्र 45 दिन हुए लेकिन अभी से वो अपने स्वादिष्ट टेस्ट के लिए फेमस हो गई हैं। उर्वशी ने बताया की उनकी रोज की कमाई 2,500 रुपये से 3,000 रुपये तक हो जाती है। उर्वशी के दो बच्चे है जिनके भविष्य को लेकर वो चिंतित थी की कहीं कभी पैसों की तंगी की वजह से उनके बच्चों को स्कूल ना बदलना पड़ जाए। लेकिन आज अपनी कमाई को लेकर वो बेहद खुश है और बच्चों के भविष्य के लिए भी आश्वस्त है।
तीन करोड़ के बंगले में रहती है यह ठेले पर छोले-कुल्‍चे बेचने वाली
चुनौतियों का सामना
उर्वशी ने बताया की शुरू में काम करना उनके लिए काफी चुनौतिपूर्ण था। परिवार वाले उनके इस फैसले के साथ नहीं थे और कहीं ना कहीं उनको भी था कि वो लोगों को हैंडल कैसे करेगी। लेकिन जब उन्होंने काम शुरू किया तो उनको अच्छा रिस्पॉन्स मिला जिसके चलते उनको आत्मविश्वास बढ़ गया। उर्वशी का सपना है कि वो भविष्य में खुद का एक रेस्टोरेंट खोलें।

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