PATNA : गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की धरती ने इतिहास रच दिया है। प्रकाश पर्व ने ऐसा उजियारा फैलाया है जो इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। जहां देश विदेश से आने वाला हर इंसान गुरु की नगरी में निहाल हो रहा है। वहीं सेवा और सदभाव से मजहब की दीवार भी टूट रही है। गांधी मैदान में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं में म्0 प्रतिशत लोग गैर सिख हैं जो एक मिसाल बन गए हैं।

कुल मिलाकर प्रकाश पर्व ने बिहार को नया आयाम दिया है। गांधी मैदान जहां आस्था का केंद्र है वहीं लोगों की आस्था हर बाधा को तोड़ रही है। आस्था का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि प्रदेश सरकार ने तीन स्थानों पर टेंट सिटी की व्यवस्था की। यहां 70 हजार लोगों के ठहरने की पूरी व्यवस्था थी लेकिन आस्था का सैलाब ऐसा उमड़ा कि प्रशासन को अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ गई। आनन फानन में ख् हजार लोगों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। गांधी मैदान में आने वाले श्रद्धालुओं में पुरुषों से अधिक महिलाएं हैैं। छोटे छोटे बच्चों को गोद में लेकर लाइन मे लगी महिलाएं घंटों खड़ी रहकर दर्शन कर रही हैं और लंगर छक रही हैं।

गुरु

की नगरी संगतों से गुलजार है। गुरुद्वारे और टेंट सिटी में मत्था टेकने क्0 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं। 3 टेंट सिटी में 70 हजार से अधिक लोगों के ठहरने का इंतजाम है।

गोविंद

के दर्शन के लिए देश के अलावा विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं। अमेरिका, कनाडा, चीन, इंग्लैंड सहित कई देशों के श्रद्धालुओं ने पटना के गुरुद्वारा में मत्था टेका।

सिंह

जैसा शौर्य दिखाते तलवारबाज गांधी मैदान में हैरतअंगेज कारनामे पेश कर रहे हैं। तलवार का वार और ढाल से रोकते हर एक पैंतरे को देखते हुए लोग दांतों तले अंगुली दबाते लेते हैं।

महाराज

की सवारी में आज क् लाख लोग होंगे शामिल। 8 किलोमीटर तक चलने वाले नगर कीर्तन में श्रद्धालु गांधी मैदान से पटना सिटी तक जाएंगे।

म् बातें, जो है प्रकाश पर्व की भव्यता

म्0 प्रतिशत से अधिक गैर सिख श्रद्धालु गुरु के दरबार में पहुंच रहे हैं मत्था टेकने।

गांधी मैदान का टेंट सिटी हो चुका है फुल। बाइपास पर 2 हजार श्रद्धालुओं के लिए बनाई जा रही है टेंट सिटी।

सुबह क्क् बजे के बाद बढ़ती है श्रद्धालुओं की भीड़ जो रात क्क् बजे तक रहती है।

तीन घंटे इंतजार के बाद लंगर छकने का मौका मिल रहा है श्रद्धालुओं को।

फ्0 एकड़ में गांधी मैदान के क्ख् गेटों में श्रद्धालुओं की भीड़ से बनी मानव श्रृंखला।

तख्तश्री हरमंदिर के पास भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हर दस कदम पर बैरियर को लगाया गया है।