- बेसिक शिक्षा विभाग में अब तीन हिस्सों में पूरा होगा कोर्स

- पाठ्यक्रम पूरा ना होने पर टीचर्स देंगे जवाब

मेरठ। बेसिक स्कूल में अब यदि छात्र और छात्राएं पढ़ाई नहीं करते हैं साथ ही छात्रों का शैक्षणिक स्तर ठीक नहीं है तो इसकी जवाबदेही अब गुरूजी की होगी। शासन ने निर्देश जारी कर शिक्षकों की जवाबदेही तय कर दी है। लिहाजा शिक्षकों को अब स्कूल भी जाना होगा और बच्चों को पढ़ाना भी होगा। जाहिर है कि अब शिक्षकों को अपने ढुलमुल रवैये को बदलना होगा।

तीन हिस्सों में होगा कोर्स पूरा

बेसिक शिक्षा विभाग ने कोर्स को तीन भागों में बांटा गया है। हर चार माह में टारगेट निश्चित कर सभी विषयों को कोर्स पूरा करना होगा। कोर्स पूरा न होने पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।

हर माह तय होगा टारगेट

टीचर्स को चार माह में कोर्स पूरा कराना होगा। इसके अलावा हर माह का टारगेट भी तय करना होगा। टारगेट पर शिक्षकों को हर विषय के लेशन और पाठ्यक्रम को निश्चित करना होगा। साथ ही छात्रों को जो पाठ पढ़ाया है वह उनको आता है या नहीं यह भी निश्चित करना होगा।

पहली बार फिक्स हुआ टारगेट

यूपी में टारगेट पूरा करने का निर्देश पहली बार हो रहा है। इससे पहले शिक्षकों की कोई जवाबदेही नहीं थी। यही कारण था कि पिछले सत्र को यूं ही निपटा दिया गया। यही नहीं अगला सत्र भी शुरू कर दिया गया।

वर्जन

शासन से निर्देश आया है कि कोर्स को तीन हिस्सों में बांटकर पूरा कराया जाए। शिक्षकों की कोर्स के प्रति जवाबदेही निश्चित की जाए। सभी स्कूलों को निर्देश हैं। जो कोर्स पूरा नहीं कराएगा उस शिक्षक पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

मोहम्मद इकबाल, बीएसए, मेरठ