-पांच साल से चल रहा था डिप्रेशन का इलाज

-सुसाइड नोट में स्वेच्छा से गोली मारने की बात कबूली

LUCKNOW: नाका के खुर्शेदबाग एरिया में रहने वाले गुटखा कारोबारी पंकज चौरसिया ने मंगलवार सुबह खुद को गोली से उड़ा लिया। गंभीर हालत में उसे इलाज के लिये ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया। जहां देरशाम उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके से पंकज द्वारा सुसाइड से पहले लिखा गया सुसाइड नोट बरामद किया जिसमें उन्होंने स्वेच्छा से सुसाइड की बात लिखी है।

लाइसेंसी पिस्टल से मारी गोली

पुकार गुटखा कंपनी के मालिक उदय चंद्र चौरसिया नाका के खुर्शेदबाग स्थित सत्या निवास में तीन बेटों, बहुओं व पोते-पोतियों के साथ रहते हैं। मंगलवार सुबह 7 बजे उनका छोटा बेटा पंकज चौरसिया (ब्0) अपने दोनों बेटों सेवेंथ के स्टूडेंट आयुष (क्क्) और क्लास-क् के स्टूडेंट अंश (भ्) को सेंट फ्रांसिस कॉलेज छोड़कर वापस घर लौटे। कुछ देर घर पर रुकने के बाद वह टहलने चले गए। वापस लौटने के बाद सुबह करीब क्क् बजे पंकज ने वाइफ निशा के साथ नाश्ता किया। नाश्ते के बाद निशा बाथरूम में नहाने चली गई। इसी दौरान पंकज ने बेडरूम के बगल में स्थित ड्रेसिंग रूम में रखी खुद की लाइसेंसी पिस्टल से दाहिनी कनपटी में गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर बाथरूम से बाहर निकली निशा ने पंकज को लहूलुहान हालत में देख शोर मचाया। शोर सुनकर पहुंचे अन्य फैमिली मेंबर्स ने उन्हें फौरन इलाज के लिये ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां शाम करीब म्.फ्0 बजे उनकी मौत हो गई।

खुद को बताया जिम्मेदार

पुलिस ने मौके से पंकज द्वारा गोली मारने से पहले लिखा सुसाइड नोट बरामद किया। इस सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि वह अपनी स्वेच्छा से खुद को गोली मार रहा है और इसके लिये कोई अन्य जिम्मेदार नहीं है।

डिप्रेशन का चल रहा था इलाज

इंस्पेक्टर नाका विजय प्रकाश ने बताया कि पंकज बीते लंबे समय से डिपे्रशन से ग्रस्त था। करीब पांच साल से उसका इलाज भी चल रहा था। उन्होंने बताया कि पंकज अक्सर अपनी वाइफ से कहता था कि वह जीना नहीं चाहता। बुधवार को नाश्ते के दौरान भी पंकज ने निशा से कहा कि उसे कोई शक्ति बुला रही है और वह जीना नहीं चाहता।