-डफरिन हॉस्पिटल में दीवार गिरने से महिला की मौत

ALLAHABAD: गरीबी का आलम यह था कि वह अपने बच्चों को लेकर जॉब की तलाश में मध्य प्रदेश से शहर आई थी। डफरिन हॉस्पिटल में उसे डेली वेज पर जॉब मिली थी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। थर्सडे को वह जॉब के दौरान हादसे का शिकार हो गई। एक दीवार उसी के ऊपर आ गिरी और स्पॉट पर ही उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और अब उसे मुआवजा दिलाने की कोशिश की जा रही है।

बच गई बिटिया

राम सुगन केवट मध्य प्रदेश रीवां का रहने वाला है। उसकी वाइफ भ्0 साल की इतवरिया देवी जॉब के लिए शहर आई थी। उसके साथ उसकी आठ साल की बेटी रीवा और तीन बच्चे अर्जुन, भीम और विनोद थे। वह करेली एरिया में रेंट पर रूम लेकर रहती थी। डेली की तरह थर्सडे को इतवरिया अपने जॉब पर डफरिन पहुंची थी। वहां पुरानी बिल्डिंग जर्जर स्थिति में थी और उसे तोड़कर बनाया जा रहा था। इस दौरान अचानक इतावरिया देवी के ऊपर ही दीवार गिर गई। इस घटना से वहां हड़कंप मच गया। महिला को तत्काल हॉस्पिटल ले गए लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थी। इस मामले में एसओ शाहगंज श्रवण सिंह ने बताया कि अभी महिला को कुछ मुआवजा दिलाया गया है।

एक हुआ हादसे का शिकार

वहीं दूसरी ओर शिवकुटी एरिया में भी डेली वेज पर काम करने वाले एक मजदूर की मौत हो गई। हुआ यूं कि तेलियरगंज एरिया का रहने वाला भ्0 साल का प्रेम चन्द्र रसूलाबाद मोड़ के पास एक मकान में काम कर रहा था। अचानक वह सात फीट ऊंची दीवार से नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी बॉडी को कब्जे में लिया और बॉडी का पोस्टमार्टम कराया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि उसकी मौत स्वभाविक है।

हमेशा होते हैं ऐसे हादसे

काम करने के दौरान मजदूरों की मौत होना या हादसा होना कोई नई बात नहीं है। शहर में आए दिन ऐसे लेबर हादसे के शिकार होते रहते हैं। कभी घर के अंदर तो कभी रोड बनाने के दौरान तो कभी खुदाई के दौरान मजदूर हादसे के शिकार होते हैं। कुछ मामलों में ही मजदूर अपने कांट्रेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराते हैं। ज्यादातर मामलों में समझौता हो जाता है। मुआवजा के नाम पर सेटलमेंट हो जाता है।