- स्ट्रीट डॉग से बचने के लिए आधा घंटे तक करता रहा संघर्ष

- ईट पत्थर मारने पर भी नहीं मांगे, स्थानीय लोगों लाठी लेकर दौड़

- मासूम को 20 से ज्यादा घाव, बलरामपुर हॉस्पिटल से भगाया गया

LUCKNOW : डालीगंज क्रासिंग के पास रविवार को आधा दर्जन स्ट्रीट डॉग ने दस साल के मासूम पर हमला कर दिया। खूंखार डॉग से बचने के लिए मासूम आधा घंटे तक संघर्ष करता रहा। इस दौरान स्ट्रीट डाग ने उसे गंभीर रूप से लहुलूहान कर दिया। बच्चे की चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने लाठी लेकर डॉग को दौड़ाया। जिसके बाद बच्चे को बचाया जा सका। गंभीर रूप से घायल बच्चे को इलाज के लिए बलरामपुर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां बिना इलाज के उसे वापस लौटा दिया गया। इसके बाद बच्चे को ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया।

छोटे भाई के लिए टॉफी लेने जा रहा था

डालीगंज क्रासिंग स्थित ग्रांट रोड पर झुग्गी बनाकर रहने वाला मो। आरिफ दिहाड़ी मजदूरी करता है। परिवार में पत्नी तहजीब बानो, तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। मझला बेटा मो। चांद (10) मदरसे में शिक्षा लेता है। वह रविवार सुबह अपने छोटे भाई के लिए टॉफी खरीदने दुकान जा रहा था। डालीगंज क्रासिंग के पास नॉनवेज की कई दुकानें लगती हैं। कब्रिस्तान और आस-पास लगने वाली दुकानों के पास आधा दर्जन स्ट्रीट डॉग हमेशा मौजूद रहते हैं। मो। चांद जैसे ही वहां से गुजरा करीब 4 से 6 की संख्या में स्ट्रीट डॉग ने उस पर हमला कर दिया।

ईट पत्थर से भी नहीं भागे डॉग

स्ट्रीट डॉग के हमले से बचने के लिए मो। चांद ने ईट पत्थर चलाकर बचने का प्रयास किया, लेकिन डॉग उस पर टूट पड़े। करीब आधे घंटे तक उसे नोंचते रहे। उसकी चीख पुकार सुनकर परिवार और आस-पास के लोग दौड़े। डॉग को भगाने के लिए लोगों ने ईट पत्थर चलाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं भागे। जिसके बाद लोगों ने लाठी लेकर दौड़ा। डॉग के हमले में मो। चांद काफी बुरी तरह से जख्मी हो गया।

हॉस्पिटल से बिना इलाज के लौटाया

स्ट्रीट डॉग के हमले में घायल मो। चांद को परिवार वाले बलरामपुर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां उसने बिना इलाज के लिए लौट दिया गया। जिसके बाद परिजन उसे ट्रॉमा सेंटर ले गए। वहां उसका इलाज किया गया और सोमवार को डॉग बाइट इंजेक्शन लगाने के लिए बुलाया गया। परिजनों के अनुसार डॉग ने मो। चांद के पूरे शरीर में करीब 20 जगहों पर काटा है। जिससे वह बुरी तरह घायल और डरा हुआ है।