- मर्डर का एक और आरोपी पकड़ा गया, निशानदेही पर सिर व हाथ बरामद

ALLAHABAD:

आशीष गुप्ता का एक और गुनहागार शानू सोमवार को सिविल लाइंस थाने की पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने सिविल लाइंस बस स्टेशन से उसको तब धर दबोचा, जब वह भागने की फिराक में था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बेली एसटीपी के पास कछार में गाड़ा गया आशीष का सिर व दोनों हाथ तथा कपड़े बरामद कर लिए। सिर व हाथ को आठ फिट का गढ्डा खोदकर गाड़ा गया था। शाम को ही पुलिस ने शानू को जेल के लिए रवाना कर दिया।

आशनाई में हुआ था कत्ल

आशीष का कत्ल तीन दोस्तों विक्की, शानू व बड़ेलाल ने कर दिया था। बड़ेलाल के पिता के खेत में 12 फरवरी की रात डेड बॉडी के टुकड़े कर गाड़ दिए गए थे। पिता रामकिशोर ने 12 फरवरी को ही गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी जिसे 14 फरवरी को किडनैपिंग की रिपोर्ट में तरमीम कर दिया गया। पुलिस ने सीडीआर की जांच की तो पता चला कि आशीष की लास्ट टाइम कटरा के विक्की से बात हुई थी। पुलिस ने 18 फरवरी को विक्की को उठाया तो मामला खुल गया। पुलिस का प्रेशर पड़ा तो विक्की ने बताया कि कछार में डेड बॉडी गाड़ दी गई है। कत्ल रिश्ते की एक लड़की से आशनाई में करने की बात सामने आई।

फैमिली के लोगों को बैठाया था

शानू की फैमिली के लोगों को पुलिस ने 18 फरवरी से बैठा रखा था। इसी प्रेशर में शानू हाजिर हो गया हालांकि पुलिस का कहना है कि वह भागने की फिराक में था तभी उसे बस स्टेशन के पास से दबोच लिया गया। पुलिस उसको लेकर कछार में गई। शानू पुलिस को कछार में ले गया जहां सिर व हाथ को गाड़ा गया था। हाथ व सिर को डेडबॉडी से करीब 100 मीटर की दूरी पर गाड़ा गया था। तीन घंटे की खुदाई के बाद सिर व हाथ को बरामद किया जा सका। इस मामले में अभी बडे़लाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। आरोप है कि कुल्हाड़ी से उसी ने सिर काटा था।