- 1 से 2 हजार रुपये तक आता है एक हैंडपंप की मरम्मत का बिल

- 150 हैंडपंप के रिपेयर के बिल की आई है पहली फाइल

- 2 हजार हैंडपंप की रिपेयर कराता है नगर निगम हर साल

- सूची मिलान न होने से नगर निगम ने रोका हैंडपंप मरम्मत का बिल

मितेंद्र

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ। नगर निगम द्वारा कराए गए हैंडपंप की मरम्मत में गड़बड़ झाला पाया गया है। लिहाजा नगर आयुक्त ने हैंडपंप मरम्मत का पेमेंट रोक दिया है। अब हैंडपंप मरम्मत की सूची और ठेकेदार द्वारा बनाए गई सूची का मिलान करने के बाद ही पेमेंट किया जाएगा।

मरम्मत किसी की बिल किसी का

हैंडपंप की मरम्मत का जब बिल ठेकेदार ने दिया तो नगर आयुक्त ने इसका मिलान करने के लिए कहा। मिलाने करने पर जब पहला बिल देखा तो वह सूची से मिलान नहीं हो पाया। लिहाजा नगर आयुक्त ने पूरी सूची का मिलान करने के निर्देश दिए हैं।

मिलान करने पर ही पेमेंट

नगर आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि सूची और ठेकेदार द्वारा दिए गए बिल के अनुसार जितने भी हैंडपंप का सूची के अनुसार मिलान हो पाएगा केवल उसी का पेमेंट हो पाएगा।

1 से 2 हजार रुपये की होती है मरम्मत

गौरतलब है कि अलग-अलग खराबी के हिसाब से एक से दो हजार रुपये में एक हैंडपंप की मरम्मत हो जाती है। निगम में हर साल करीब दो हजार हैंडपंप की रिपेयर होती है। जोकि बिना किसी जांच के बिल का पेमेंट कर दिया जाता था। लेकिन इस बार नगर आयुक्त ने बिना जांच के पेमेंट करने पर रोक लगा दी है।

अभी तो पहली ही फाइल है

अभी तक केवल एक ही फाइल आई है। जिसमें 150 हैंडपंप के रिपेयर का बिल है। अभी और फाइल आनी बाकी है। जिसका सूची से मिलान होना है। सूची के मिलान से ठेकेदारों में हड़कंप है। यही नहीं जलकल विभाग के अधिकारी भी हवाईयां उड़ी हुई हैं।

वर्जन

जो हैंडपंप मरम्मत हुए हैं। उनकी सूची तैयार की गई थी। ठेकेदार द्वारा दिए गए बिल और हैंडपंप की सूची से मिलान कराया था। उसका मिलान नहीं हुआ है। लिहाजा अभी पेमेंट पर रोक लगा दी है। जितना सूची से मिलान होगा केवल उतनी ही पेमेंट की जाएगी।

मनोज कुमार चौहान नगर आयुक्त