- मंदिरों में हुए विविध आयोजन, भजन कीर्तन से गूंजते रहे मंदिर

- मुरादें पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने मंदिरों के बाहर किया प्रसाद वितरण

BAREILLY:

'मंगल को जन्मे, मंगल ही करते, मंगलमय हनुमान' 'जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपीश तिहुं लोक उजागर' व अन्य मधुर भजनों से ट्यूजडे को मंदिर गूंजते रहे। श्रद्धालुओं के विविध आयोजनों ने माहौल को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। हनुमान मंदिर को गेंदा के सुगंधित फूलों और मालाओं समेत झालरों से भव्य तरीके से सजाया गया था। कहीं सुंदरकांड का पाठ तो कहीं कीर्तन, भजन व अखंड मानस पाठ का आयोजन किया गया।

हनुमान से सीखें भक्ति

बाबा श्री नील कंठ मंदिर में गंगा-गौ-बेटी-पर्यावरण बचाओ, देश बचाओ को समर्पित 21वें वार्षिकोत्सव में शिव महापुराण कथा आयोजित हुई। जिसमें कथाव्यास संत गोपाल कृष्ण ठाकुर महाराज ने हनुमन्त चरित्र और हनुमान जन्मोत्सव की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। कहा कि भक्तियोग सिर्फ हनुमान को प्राप्त था। फिर संगीतमय भजनों के साथ हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया। जीजीआईसी होलिका मंदिर पर आयोजित श्रीराम चरित मानस के सुंदरकांड कथा की जानकारी देते हुए बीसीबी के वाइस प्रिंसिपल डॉ। अजय कुमार शर्मा ने बताया कि पूजन के बाद आरती और प्रसाद वितरण हुआ।

भजन से गूंजते रहे मंदिर

शहर के अन्य मंदिरों में भी भजन कीर्तन और सुंदरकांड पाठ का आयोजित हुआ। बमनपुरी स्थित नरसिंह मंदिर और सिविल लाइन स्थित बड़े हनुमान मंदिर में भी आरती, पूजन, प्रसाद वितरण का आयोजन हुआ। कई धार्मिक समितियों ने भी मंदिरों के बाहर मीठा शर्बत, चने, हलुवा व पूड़ी सब्जी का वितरण श्रद्धालुओं को किया। हर्षोल्लास और धूमधाम से देर शाम तक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहा। भक्तिरस में सराबोर श्रद्धालुओं ने एक दूजे को सोशल मीडिया के जरिए भी हार्दिक शुभकामनाओं की पोस्ट की।