- ग्रहण के चलते दिन में बंद रहे कपाट

- रात आठ बजे के बाद हनुमान मंदिरों में जुटी श्रद्धालुओं की भीड़

LUCKNOW: संकटमोचन महावीर हनुमान जी की जयंती पर शहर का माहौल भक्तिमय हो गया। हनुमान जयंती पर चैत्र शुक्लपक्ष पूर्णिमा व चंद्रग्रहण के संयोग के चलते श्रद्धालुओं ने दान पुण्य भी किया। शनिवार के दिन हनुमान जयंती पड़ने के कारण शनिदेव की भी विशेष आराधना की गई। हनुमान जयंती को लेकर बजरंगबली की पूजा व मंदिरों में श्रृंगार की तैयारियां एक दिन पहले की पूरी हो गई थीं। लेकिन जयंती पर चंद्रग्रहण के चलते सूतक के कारण पूर्वान्ह क्क् बजे से पहले ही शहर के प्रमुख हनुमान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। शाम को ग्रहण के समाप्त होने के बाद मंदिरों में साफ सफाई के बाद पट खोले गए। सिटी के हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन का सिलसिला देररात तक चलता रहा। भक्तों ने हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंगबाण, हनुमान अष्टक का पाठ एवं रामनाम जप किया।

दिन में बंद रहे मंदिरों के कपाट

चंद्रग्रहण दिन में पौने चार बजे लगा। इसका मोक्ष (समाप्ति) शाम 7.क्9 बजे हुआ। ग्रहण का सूतक पूर्वान्ह क्क् बजे से लगने के चलते मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। इससे लोग चाहकर भी मंदिर में दर्शन-पूजन नहीं कर पाए। घरों में भजन-कीर्तन का सिलसिला चला। शाम को सूरज ढलते ही कुछ क्षण के लिए सब कुछ ठहर सा गया। चंद्र ग्रहण समाप्त होते ही मंदिरों में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।