पाक के खिलाफ खेला पहला टेस्ट मैच

कपिल देव का पूरा नाम कपिलदेव रामलाल निखंज है, लेकिन लोग उन्हें सिर्फ कपिल नाम से ही बुलाते हैं। कपिल देव को क्रिकेट के प्रति बचपन से ही लगाव रहा है। कपिल देव ने 1975 में प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में प्रवेश किया। इसके बाद उन्हें 1978 में पाकिस्तान में पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला।

हैप्‍पी बर्थडे कपिल : पाकिस्‍तान की तरफ से खेलकर कपिल देव को आउट कराना चाहते थे सचिन

सबसे कम उम्र के किकेटर

सबसे खास बात तो यह है कि 1979 में कपिल ने सबसे कम उम्र के क्रिकेटर के रूप में वेस्टइंडीज के खिलाफ 126 रन बनाए हैं। इतना ही कपिल ने अपनी प्रभावशाली मध्यम गति की तेज गेंदबाजी और बल्लेबाजी से टीम इंडिया को एक बेहतर मुकाम तक पहुंचाया।

भारत को दिलाया पहला वर्ल्डकप

कपिल देव के नेतृत्व में ही पहली बार टीम इंडिया ने 1983 में विश्वकप जीता। इस वर्ल्डकप में उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ नाबाद 175 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। जिसके दम पर ही टीम इंडिया फाइनल में पहुंची और वहां वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वकप जीता। कपिलदेव इंग्लैंड के खिलाड़ी इयान बॉथम के बाद विश्व के दूसरे सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर माने जाते हैं।

हैप्‍पी बर्थडे कपिल : पाकिस्‍तान की तरफ से खेलकर कपिल देव को आउट कराना चाहते थे सचिन

ऐसा रहा उनका रिकॉर्ड

कपिल देव ने 20 वर्ष की उम्र में ही एक हज़ार बनाने तथा 100 विकेट लेने का खिताब अपने नाम किया था। कपिल ने 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 31.05 की औसत से 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए। इसके अलावा उनके खाते में 8 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे की बात करें तो कपिल ने 225 मैच खेलकर 3783 रन और 253 विकेट अपने नाम किए।  

पद्मश्री अर्वाड से सम्मानित

क्रिकेटर कपिल देव को 1979-1980 अर्जुन अवार्ड और 1982 पदमश्री पुरस्कार प्राप्त हुआ है। कपिल देव अपने जीवन में खेल के प्रति हमेशा ही समर्पित रहें। वह हमेशा ऑटोग्राफ लेने की नहीं देने की कोशिश में रहें। कपिल पत्नी रोम भाटिया और बेटी अमिया देव के साथ के साथ एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं।

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पाकिस्तान के साथ खेले थे सचिन

ये तो सब जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर ने बतौर क्रिकेटर इंडिया के लिए अपना ऑफीशियल डेब्यु 16 साल की उम्र में 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए ही किया था पर क्या आप जानते हैं कि उसे पहले जब वो 14 साल के थे तो पाकिस्तान के लिए भी खेले थे। असल में 1987 में पाकिस्तान की टीम इंडिया में एक फेस्टिवल मैच खेल रही थी। पाकिस्तान टीम के कप्तान इमरान खान थे। मैच के दौरान जब इंडिया बैटिंग कर रही थी और पाकिस्तान की टीम क्षेत्ररक्षण तभी बीच मैच में पाकिस्तान के दो प्लेयर अब्दुल कादिर और जावेद मिंयादाद कुछ देर के लिए मैदान के बाहर चले गए और इमरान खान ने मुंबई में हो रहे इस मैच में दो लोकल लड़कों को फील्डिंग के लिए मैदान पर बुला लिया। इन दो लड़कों में से एक सचिन तेंदुलकर थे।

हैप्‍पी बर्थडे कपिल : पाकिस्‍तान की तरफ से खेलकर कपिल देव को आउट कराना चाहते थे सचिन

कपिल देव को आउट करने से बाल बाल चूके

अपनी आत्मकथा में सचिन ने बताया उस समय मैदान पर इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर कप्तान रह चुके कपिल देव बैटिंग कर रहे थे। कपिल ने एक शॉट लगाया और गेंद उड़ती हुई उस तरफ आयी जहां सचिन खड़े थे। सचिन गेंद लपकने भागे और वो उनसे बस दो कदम आगे गिर गयी वरना उन्होंने पाकिस्तान के लिए कपिल को आउट करने का कमाल कर दिया होता। सचिन को लगता है कि अगर वो लांग ऑन की जगह मिड ऑन पर फील्डिंग कर रहे होते तो पाकिस्तान को ये विकेट जरूर दिला देते।

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