इस कमांडर का नाम जाँबाज़ ज़ाद्रान बताया गया है। अमरीकी अधिकारी के अनुसार, "इस बात की पुष्टि हो गई है कि जाँबाज़ ज़ाद्रान आज उत्तरी वज़ीरिस्तान में मारा गया है।

ज़ाद्रान ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल और दक्षिण-पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में अमरीकी और गठबंधन सेनाओं के अन्य ठिकानों पर हक़्क़ानी नेटवर्क के हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। उसके मीरान शाह में मारे जाने के बाद वह पाकिस्तान में हक़्क़ानी संगठन का सबसे वरिष्ठ कमांडर है जो जंग के मैदान से हट गया है."

अमरीका की नीति के तहत अमरीका के ड्रोन हमलों की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जाती है।

'नेटवर्क कई हमलों के लिए ज़िम्मेदार'

ग़ौरतलब है कि अमरीका इस संगठन को कई हमलों के लिए ज़िम्मेदार ठहराता है और इनमें पिछले महीने काबुल में अमरीकी दूतावास और नैटो पर हुए हमले शामिल हैं।

महत्वपूर्ण है कि ये ड्रोन हमला उस समय हुआ है जब अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमरीका के विशेष दूत मार्क ग्रॉसमैन इस्लामाबाद में हैं।

उनकी यात्रा का मक़सद दोनों देशों के बीच ओसामा बिन लादेन के ख़िलाफ़ ऐबटाबाद में मई में कार्रवाई और उसके बाद के घटनाक्रम से बने तनावपूर्ण रिश्तों को सामान्य करने की कोशिश करना है।

वर्ष 2008 में बराक ओबामा के राष्ट्रपति बनने के बाद से पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान में अमरीकी ड्रोन हमलों में तेज़ी आई है और पिछले साल ही वज़ीरिस्तान के इलाक़े में सौ से ज़्यादा ड्रोन हमले हुए हैं।

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