छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: : 10 लाख इनामी भाकपा माओवादी का हार्डकोर नक्सली और बिहार-झारखंड रिजनल कमेटी सदस्य संजय गंझू उर्फ प्रताप उर्फ रामेश्वर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी चाईबासा पुलिस ने सिमडेगा जिले के देवाशीष जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान की। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की दो गोली संजय (55 वर्ष) की जांघ में लगी। इसके बाद उसे रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक वह लातेहार जिले के बालूमाथ बेसरा का निवासी है। वह टंडवा और चतरा के इलाकों में काफीदिनों तक रहा। दर्जनों मामले में पुलिस को इसकी तलाश थी। सरकार ने इस पर नवंबर 2014 में 10 लाख रुपए इनाम की घोषणा की थी।

हथियार बनाने में मास्टर

संजय गंझू हथियार बनाने में मास्टर है। संगठन की तकनीकी टीम की मदद से वह सारंडा और कोयल शंख जोन में बिहार से सामग्री मंगाकर हथियार तैयार करने का काम करता था। 2006-07 में सात माह रहकर उसने 110 पीस मोर्टार सेल और 100 पीस रॉकेट का निर्माण किया था।

एक एसआई समेत 21 पुलिसकर्मी निलंबित

राज्य के सबसे बड़े जेल ब्रेक कांड में पुलिसकर्मियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी नरौंद्र कुमार सिंह ने घटना के दिन कैदी वाहन व चाईबासा मंडलकारा की सुरक्षा में लगे सभी 21 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। हालांकि निलंबन की यह कार्रवाई जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक प्रभावी रहेगी। यदि जांच में ये लोग दोषी पाए जाएंगे तो इन पर बड़ी गाज गिर सकती है। जो लोग दोषी नहीं पाए जाएंगे उनका निलंबन जांच के बाद वापस ले लिया जाएगा। जिन 21 लोगों को निलंबित किया गया है, उनमें एक सब इंस्पेक्टर, एक एएसआई, तीन हवलदार और 16 सिपाही शामिल हैं।