आठ घंटे चली मैराथन बैठक

वैसे तो मुख्यमंत्री के नाम के लिए सभी कुछ डिसाइडेड था। विधानमंडल की बैठक में सिर्फ औपचारिक घोषणा ही होनी थी, लेकिन यह बैठक तमाम विवादों के कारण मैराथन बैठक साबित हुई। विधानमंडल की बैठक सुबह 10.30 शुरू हुई। नए सीएम को अपने मंत्रिमंडल को फाइनल टच देने में एक नहीं, आठ घंटे के लंबे मैराथन बैठक से गुजरना पड़ा। इसके बाद शाम छह बजकर चालीस मिनट पर हरीश रावत ने अपने 11 मंत्रियों के साथ राजभवन में शपथ ली।

तीनों प्रभारी भी रहे मौजूद

बिना किसी विवाद के सत्ता परिवर्तन के लिए कांग्रेस हाईकमान की ओर से नियुक्त केंद्रीय पर्यवेक्षक गुलाम नबी आजाद, उत्तराखंड प्रभारी अंबीका सोनी और सहप्रभारी जर्नादन द्विवेदी भी बैठक में मौजूद थे। बैठक में हरीश रावत का नाम पर आम सहमति बननी थी। पहले कांग्रेस के विधायकों से बैठक हुई उसके बाद पीडीएफ के विधायकों के साथ। कांग्रेस के सभी विधायक तो हरीश रावत के नाम पर सहमत हो गए, लेकिन पीडीएफ को मनवाने के लिए पर्यवेक्षकों के पसीने छूट गए। यही वजह रही कि तीन बजे राजभवन में होना शपथ ग्रहण बमुश्किल शाम 6.40 पर संपन्न हो सका। सूत्रों के अनुसार पीडीएफ अपने सभी सात विधायकों को मंत्री बनाए जाने पर अड़े हुए थे। पीडीएफ को मंत्री प्रसाद नैथानी लीड कर रहे थे। बमुश्किल छह बजे के करीब सीएम के नाम की औपचारिक घोषणा हो सकी और सूचना राजभवन भेजी जा सकी। इसके बाद छह बजकर 40 मिनट पर हरीश रावत ने अपने मंत्रियों के साथ शपथ ली।

20 मिनट तक चला शपथ ग्रहण

6.40 मिनट पर राजभवन में शुरू हुआ शपथ ग्रहण समारोह 20 मिनट तक चला। शुरू में मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने राज्यपाल डा। अजीज कुरैशी से अनुमति प्राप्त कर सीएम का नियुक्ति पत्र पढ़ कर सुनाया। इस मौके पर सांसद सतपाल महाराज, निर्वतमान सीएम विजय बहुगुणा, पूर्व सीएम डा। रमेश पोखरियाल निशंक, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत, लीडर अपोजिशन अजय भट्ट के अलावा तमाम नेता व अधिकारीगण मौजूद रहे। देर शाम मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राजधानी के परेड ग्राउंड में सुबह से इंतजार कर रहे हजारों समर्थकों को संबोधित किया।

11 मंत्रियों ने ली शपथ

नए सीएम के तौर पर केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ प्रदेश कांग्रेस के नेता हरीश रावत को देर शाम राज्यपाल डा। अजीज कुरैशी ने 8वें सीएम को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में डा। इंदिरा हृदयेश, यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम सिंह, अमृता रावत, दिनेश अग्रवाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रीतम सिंह पंवार, हरीश चंद्र दुर्गापाल व सुरेंद्र राकेश ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली।