-सीबीआई जांच के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए हरीश रावत

-कहा, 2007 से अब तक सभी मामलों की हो सीबीआई जांच

DEHRADUN: निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने खुद के स्टिंग सीडी मामले की सीबीआई जांच का स्वागत किया है। लेकिन यह भी कहा है कि राज्य में ख्007 से अब तक के सभी मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ आपराधिक षडयंत्र के तहत स्टिंग की सीडी तैयार की गई। इसकी भी जांच होनी चाहिए।

कैलाश, भूपेश, साकेत की भी जांच हो

शनिवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि षडयंत्र के तहत सीडी स्टिंग में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय, भूपेश उपाध्याय व साकेत जैसे जो भी नाम लिए गए हैं। जिन्होंने कांग्रेस सरकार गिराने के लिए आपराधिक कृत्य में अपनी भूमिका निभाई, उनके जांच के बिंदुओं में शामिल किया जाना चाहिए। सीबीआई जांच को लेकर पहली बार मीडिया से रूबरू हुए निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने कहा कि फिलहाल तो सीबीआई ने उनसे संपर्क नहीं किया, लेकिन वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

बेरीनाग की जमीन की भी हो जांच

बीजेपी पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि ख्00ख् में अंतरिम सरकार के वक्त चौकुड़ी बेरीनाग में जमीन कब्जाने का जो मामला आया था, राज्यपाल को उसकी भी सीबीआई जांच करानी चाहिए। उस जमीन पर आज होटल खड़ा है। कहा, सवा महीने में जो काम केंद्र सरकार धनबल व बाहुबल से नहीं कर पाई, उसे अब सीबीआई के दम पर करना चाहती है। उन्होंने राष्ट्रपति शासन का जो मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, उसमें स्टिंग सीडी का भी जिक्र है। लेकिन फिर भी केंद्र ने सीबीआई जांच से पहले कोर्ट के फैसले का इंतजार क्यों नहीं किया। फिर दोहराया कि ख्म् मार्च को सीडी के जो अंश दिखाए गए, वह गलत हैं। अब सोशल मीडिया में भी जो चीजें सामने आ रही हैं, उनसे लगता है कि एक आपराधिक षडयंत्र के तहत यह सीडी बनाई गई। सीडी में कहा जा रहा है कि साकेत के कारण ही सरकार गिरी। वही, सेटिंग करने वाले थे। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व मंत्री यशपाल आर्य व प्रीतम सिंह भी मौजूद थे।