- 26 जुलाई को धूमधाम से सुहागिनें मनाएंगी हरियाली तीज

- इस दिन शुक्र ग्रह का मिथुन राशि में प्रवेश होना है विशेष लाभकारी

BAREILLY:

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर मनाई जाने वाली श्रावणी हरियाली तीज इस बार बेहद खास रहेगी। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक पूर्वा फ ाल्गुनी नक्षत्र में शुक्र का मिथुन राशि में प्रवेश होने से हरियाली तीज पर अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होगा। तो वहीं, मिथुन राशि का स्वामी बुध नवयुगलों और दंपत्तियों के प्रेम भाव से सराबोर करेगा। इसके अलावा बुध और शुक्र ग्रह का प्रभाव दांपत्य जीवन में मधुरता लाएगा, ऐसी संभावना है। इसके साथ ही, परिवार में हरियाली तीज का सामूहिक पूजन करना लाभकारी रहेगा।

हरियाली तीज का महत्व

ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा ने बताया कि 26 जुलाई को मनाई जाने वाली हरियाली तीज शिव पार्वती के मिलन के रूप में मनाई जाती है। महिलाएं मां पार्वती का पूजन करती हैं। नवविवाहित महिलाएं अपने पीहर में आकर यह त्योहार मनाती हैं। इस दिन व्रत रखकर सोलह श्रृंगार किया जाता है। नवविवाहिताएं इस पर्व को मनाने के लिए एक दिन पहले से हाथ-पैर में मेहंदी लगवाती हैं। बताया कि हरियाली तीज से एक दिन पहले सिंजारा मनाते हैं। इसमें नवविवाहित युवती की ससुराल से वस्त्र, आभूषण, श्रृंगार का सामान, मेहंदी और मिठाई भेजी जाती है।

मां देवी की निकालें सवारी

इस दिन सुबह आम अशोक के पत्तों सहित टहनियां पूजा के स्थान पर रख दिया जाता है। पूजा के स्थान के पास स्थापित झूले को सजाते हैं। दिन भर उपवास करने के बाद भगवान श्री कृष्ण के श्रीविग्रह को इसमें झुलाते हैं। साथ में यदि लोकगीत गाए जाएं तो यह विशेष हो जाता है। दिन दिन देवी पार्वती की सज्जित सवारी भी प्रतीकात्मक तौर पर निकालनी चाहिए। इस दिन पति से छल कपट, झूठ और दु‌र्व्यवहार, परनिंदा यह तीन चीजें त्यागनी चाहिए। बताया कि जयपुर में इस दिन मेला लगता है। घूमर नृत्य आयोजित होते हैं। इस दिन कलात्मकता और विलासिता का भोगकारी ग्रह शुक्र शाम 5 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। बुध, शुक्र का संबंध लाभकारी रहेगा।