कानपुर। अमेरिकी की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का नाम 'हार्वर्ड' आज ही के दिन रखा गया था। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अमेरिका के मैसाचुसेट्स शहर के कैंब्रिज में स्थित इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 8 सितंबर, 1636 को हुई थी। जब इसकी स्थापना हुई, तब इसे 'द कॉलेज ऑफ न्यू टाउन' के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में 13 मार्च, 1639 को इसका नाम बदलकर हार्वर्ड कॉलेज रख दिया गया। ये नाम जॉन हार्वर्ड के नाम पर रखा गया था। दरअसल, जॉन हार्वर्ड ने इस इंस्टीट्यूट को चलाने के लिए 400 किताबों की अपनी लाइब्रेरी और आधी संपत्ति इस कॉलेज के नाम कर दी थी। बता दें कि इस यूनिवर्सिटी में दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है।

21 छात्र लेते हैं हर साल एडमिशन
1640 में रेवरेंड हेनरी डंस्टर को हार्वर्ड का पहला प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया था। इसके बाद 1942 में पहली बार इस यूनिवर्सिटी से नौ लोग ग्रेजुएट हुए थे। बता दें कि इस यूनिवर्सिटी में अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर रहे कई लोगों ने पढ़ाई की है, जिनमें जॉन एडम्स, जॉन क्विंसी एडम्स, रदरफोर्ड बी हेस, थियोडोर रूसवेल्ट, फ्रैंकलिन डेलानो रूजवेल्ट, जॉन एफ कैनेडी, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, जूनियर, बराक ओबामा का नाम शामिल है। इसके अलावा यहां के 48 छात्रों को अब तक नोबेल पुरस्कार मिल चुका है। कुछ मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हर साल इस यूनिवर्सिटी में 21 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं।

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