पुलिस के मुताबिक उसे एक पशु केंद्र भेज दिया गया है। रूफस के ट्विटर अकाउंट पर लिखा था: "हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि रूफस का पता चल गया है, वो सुरक्षित है और अपने परिवार के साथ है। आप सभी की मदद के लिए शुक्रिया." ट्वीट के मुताबिक रूफस स्वस्थ और सुरक्षित है।

इससे पहले रूफस के मालिक इमोगन डेविस की ओऱ से कहा गया था कि उसका पिंजरा एक बाड़े में एक कार के अंदर खाली पाया गया है। भारत में जिस तरह बंदरों को भगाने के लिए लंगूर का सहारा लिया जाता है, उसी तरह विंबल्डन में कबूतरों को दूर रोकने के लिए रूफस की सेवाएं ली गई थीं।

रूफस को इस तरह से ट्रेन किया गया है कि ये कबूतरों को डराता है, उन्हें मारता नहीं है। एक पुलिस प्रवक्ता का कहना था कि रूफस को लंदन स्थित आरएपीसीए एनिमल अस्पताल को दे दिया गया है। प्रवक्ता के मुताबिक रूफस के एक पाँव में घाव है, और वो थोड़े दिनों के आराम के बाद ठीक हो जाएगा।

अभी ये साफ नहीं है कि ये पक्षी कैसे गायब हुआ लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक एक व्यक्ति ने फोन करके पक्षी के बारे में जानकारी दी। बाज़ रूफस की चोरी गुरूवार रात को विंबलडन के डनस्टाल रोड से हुई थी।

बाज की यात्रा के लिए विशेष डिब्बा बनाने वाली कंपनी फैल्कन फैब्रिकेशन ने कहा था कि डिब्बे को दक्षिण पश्चिमी लंदन में साउथफील्ड्स इलाके में देखा गया था और उस वक्त उसमें एक बाज़ था।

ये डिब्बा अंदर से काले रंग से रंगा हुआ है ताकि पक्षी आराम से सो सके, लेकिन सांस लेने के लिए इसमें कुछ छेद भी होते हैं। रूफस की खोजबीन के लिए फेसबुक और ट्विटर का भी सहारा लिया गया था। रुफस के ट्विटर एकाउंट पर कई लोगों ने बधाई संदेश भेजे हैं औऱ पक्षी के मिल जाने पर खुशी जताई है।

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