अभियुक्त पहले ही स्वीकार कर चुका है कि उसी ने 26 दिसंबर को 23 वर्षीय अनुज को गोली मारी थी। मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में स्टेप्लटन के ख़िलाफ़ मुकदमा शुरू हो गया है, स्टेप्लटन के वकीलों ने इसे ग़ैर-इरादतन हत्या का मामला बनाने की कोशिश की थी जिसे ब्रितानी न्याय विभाग ने अस्वीकार कर दिया है।

लैंकास्टर यूनिवर्सिटी में माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र अनुज बिदवे की सरेआम अकारण हत्या से भारतीय समुदाय सकते में आ गया था। कुछ ही महीनों पहले पुणे से आए बिदवे अपने दोस्तों के साथ क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान घूमने के लिए लैंकास्टर से मैनचेस्टर के सैलफ़र्ड इलाक़े में आए थे।

अदालत में सरकारी वकील ने बताया, "स्टेप्लटन ने अनुज बिदवे से समय पूछा, उसके बाद उनके सिर में गोली मार दी, अनुज वहीं गिर गए, गोली चलाने वाला थोड़ी देर तक हँसता रहा फिर वहाँ से भाग निकला."

जब पहली बार स्टेप्लटन से पूछताछ की गई थी उन्होंने कुछ नहीं बताया था मगर बाद में उसने स्वीकार कर लिया कि गोली उसी ने चलाई थी। मुकदमे की सुनवाई एक महीने तक चलने वाली है जिसमें मनोचिकित्सकों की गवाही भी होने वाली है।

पुलिस ने स्टेप्लटन के एक दोस्त भी रायन होल्डेन को भी गिरफ़्तार किया था जिसे पहले अभियुक्त बनाया गया था, मगर अब वे इस मामले में गवाह हैं। रायन होल्डन की रिश्ते की एक बहन स्टेप्लटन की गर्लफ्रेंड थी, स्टेप्लटन की उससे एक औलाद भी है लेकिन अब कुछ समय बाद दोनों अलग-अलग रहने लगे थे।

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