-दिल्ली पुलिस को भी भेज चुका है इस संबंध में आवेदन

-सिस्टम से है परेशान, भगत सिंह की तरह हो जाना चाहता है शहीद

- सचिवालय थाने की हाजत में चिल्लाता रहा, नीतीश और लालू की तरह मुझे नेता नहीं बनना

PATNA : अमृतोष कुमार उर्फ अमृत (ख्ब्) को सीएम जीतन राम मांझी पर जूता फेंकने के मामले में पुलिस सचिवालय थाने ले आई। पूछताछ के बाद जो खुलासा हुआ उससे पुलिस चौंक गई। मामला स्टेट के सीएम से लेकर पीएम तक जा पहुंचा। दरअसल, कुछ महीने पहले ही उसने दिल्ली पुलिस को भी आवेदन लिखकर पीएम के घर के सामने धरना देने की इजाजत मांग चुका है। पीएम तक वह अपनी कई बातें पहुंचाना चाहता है। हालांकि पुलिस की मानें तो दिल्ली पुलिस ने उसे इसकी इजाजत नहीं दी है। यही नहीं गिरफ्तार होने के बाद वह जिस तरह चिल्ला रहा था और बोल रहा था उससे यह लगता है कि वह पूरे सिस्टम से नाराज है। पिता उमेश्वर प्रसाद आम आदमी पार्टी से जुड़े और उनका भी रिकार्ड धरना प्रदर्शन करने का रहा है। पुलिस की मानें तो अमृतोष फ्रसट्रेशन का शिकार है और वह कई बार कई बड़े लोगों को अप्लीकेशन लिखता रहा है। इस संबंध में एसएसपी जितेन्द्र राणा ने बताया कि अमृतोष ने दिल्ली पुलिस से पीएम के आवास के पास धरना देने की इजाजत मांगी थी। उसके पास से कई लोगों को लिखे आवेदन पत्र मिले हैं। वह मानपुर, थाना ईसुआपुर, छपरा का रहने वाला है। उसके पिता उमेश्वर सिंह आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं।

भगत सिंह की तरह चढ़ जाना है फांसी पर

डीएसपी सचिवालय के चैम्बर में पहले तो एसपी सिक्योरिटी, एसपी सिटी सेन्ट्रल और एसएसपी पटना पूछताछ करते रहे। बाद में उसे हाजत में बंद कर दिया गया। चैम्बर से जब उसे हाजत में ले जाया जा रहा था तो वह जोर जोर से चिल्ला रहा था। वह अपनी बात रखना चाहता था, लेकिन पुलिस ने उसे मीडिया से बात करने से रोक दिया। बाद में वह हाजत से ही जोर जोर से चिल्लाने लगा- मुझे लालू नीतीश की तरह नेता नहीं बनना। थप्पड़ नहीं खाना, भगत सिंह की तरह फांसी पर चढ़कर शहीद हो जाना है जो तीन दिन से भूखा हो उससे पूछो नेता का बेटा होते तो एसी में बैठाते

हिस्ट्री से कर रहा पीजी, दर्ज है तीन केस

अमृतोष छपरा से हिस्ट्री से पीजी कर रहा है। उसका थर्ड सेमेस्टर चल रहा है। जूता फेंकते ही वह अचानक से खास हो गया। पुलिस ने तत्काल उसकी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी। छपरा का रहने वाला था तो तुरंत ही छपरा पुलिस और पटना पुलिस ने फाइलों में इस संबंध में जानकारी लेनी शुरू कर दी गई। इसी दौरान पता चला कि छपरा के ईसोपुर थाना में उसपर मारपीट करने का मामला कांड संख्या ख्म्/क्क् दर्ज है। यही नहीं वर्ष ख्009 में वह जीआरपी फुलवारीशरीफ से विदाउट टिकट पकड़े जाने के मामले में जेल जा चुका है। इसके अलावा उसपर हाजीपुर एससी एसटी थाने में भी मामला दर्ज है। पुलिस इन सारे केस की डिटेल निकाल रही है। मारपीट के दो मामले दर्ज होने से पुलिस मान रही है कि वह काफी अग्रेसिव किस्म का लड़का है। हालांकि सीनियर एसपी जितेन्द्र राणा ने बताया कि उसकी बातों से लगता है कि वह काफी फ्रसट्रेड है और अटेनशन पाने के लिए ही उसने ऐसा किया है। जनता दरबार में घुसने के लिए ही उसने एक आवेदन लिखा है जिसमें कुछ स्पष्ट नहीं है। सिपाही बहाली से संबंधित अप्लीकेशन लिखकर उसने सीएम के जनता दरबार में एंट्री की थी।

कई एक्ट में दर्ज हुआ केस

अमृतोष को अरेस्ट कर लिया गया है और सचिवालय थाना में सिक्योरिटी में ब्रीच डालने, सरकारी काम में बाधा डालने, हंगामा करने बदतमीजी करने का मामला दर्ज किया गया है।

अमृतोष ने जनता दरबार में एंट्री के लिए एक अप्लीकेशन लिखा था जो क्लीयर नहीं है। वह पुलिस में बहाली के संबंध में लिखकर सीएम से मिलना चाहता था। उसका इंटेंशन अटेनशन पाना था। उसके पास काम संबंधित कोई ठोस वजह नहीं है। वैसे उसके बारे में और जानकारी एकत्र की जा रही है।

- जितेन्द्र राणा, एसएसपी पटना