-इमरजेंसी केसेज में इंसुलिन के यूज से नहीं होता है नुकसान

-जरूरत से ज्यादा डाइट से बढ़ रहा शुगर लेवल

<-इमरजेंसी केसेज में इंसुलिन के यूज से नहीं होता है नुकसान

-जरूरत से ज्यादा डाइट से बढ़ रहा शुगर लेवल

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इमरजेंसी केसेज में सर्जरी के दौरान मरीज के परिजन अक्सर इंसुलिन के यूज का विरोध करते हैं। यह सही नहीं है। मरीज को इंसुलिन का डोज देने से उसे कोई नुकसान नहीं होता है। जरूरत खत्म हो जाने के बाद यह प्रॉसेस रोक दी जाती है और मरीज वापस मेडिसिन पर आ जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए इस मिथ से दूर रहना बेहद जरूरी है।

वरना हो सकता है इंफेक्शन

हार्ट अटैक, स्ट्रोक, एक्सीडेंट, हेड इंजरी जैसे इमरजेंसी केसेज में मरीज की तत्काल सर्जरी जरूरी होती है। इस स्थिति में उसके ब्लड में शुगर लेवल बढ़ा पाया जाता है तो सर्जरी के दौरान इंफेक्शन के चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर्स पहले, सर्जरी में और उसके बाद भी मरीज को इंसुलिन की डोज देते हैं। इंडोक्रायनोलॉजिस्ट डॉ। सरिता बजाज कहती हैं कि डायबिटीज के मरीज दवाओं और परहेज करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। इंसुलिन के फेवर में वह नहीं रहते। सर्जरी में इसका यूज होने पर उन्हें लगता है कि ताउम्र अब उन्हें इंसुलिन के भरोसे रहना होगा। यह सही नहीं है। ठीक हो जाने के बाद मरीज को इंसुलिन की डोज नहीं दी जाती है।

घबराहट में भी बढ़ता है शुगर लेवल

कई बार किसी बीमारी या इमरजेंसी केस में स्ट्रेस बढ़ जाने से भी ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाता है। मरीज बार-बार जांच कराए तो भी शुगर लेवल में वैरिएशन मिलता है। इससे घबराना नहीं चाहिए। एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसपी सिंह ने बताया कि डायबिटीज बॉडी के सभी अंगों को प्रभावित करती है। समय रहते इलाज नहीं कराने से मरीज की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डॉ। बजाज ने बताया कि डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। इसका बड़ा रीजन है कि लोग जरूरत से ज्यादा खा रहे हैं और एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करते। वजन बढ़ने के साथ शुगर लेवल भी इंक्रीज होने लगता है। यह बीमारी आनुवांशिक है।

आज होगी फ्री जांच

डायबिटीज एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से दस मई को एसआरएन हॉस्पिटल में सुबह आठ बजे से फ्री चेकअप कैंप लगाया जा रहा है। इसमें मरीजों की ब्लड प्रेशर, बीएमआई, शुगर लेवल सहित किडनी और पैरों की नसों में सुन्नपन की जांचें फ्री की जाएगी। को-आर्डिनेटर डॉ। अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह दस बजे से मधुमेह व तंत्रिका तंत्र विषय पर एक सीएमआई का आयोजन भी किया जाएगा।