- एसीएमओ ने हंडिया का दौरा कर झोलाछाप को थमाया नोटिस

ALLAHABAD: हंडिया के अहिरी दलित बस्ती में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के चलते मां-बेटे की मौत हो गई थी। इस मामले में हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स ने शुक्रवार को क्षेत्र का दौरा कर एक झोलाछाप को नोटिस थमाई है। उसे रजिस्ट्रेशन के कागजात दिखाने के लिए एक दिन का समय दिया गया है, वरना डिपार्टमेंट ने एफआईआर दर्ज कराने के चेतावनी दी है। शुक्रवार को एसीएमओ डॉ। दीपेंद्र मालवीय और स्वास्थ्य अधिकारी जियालाल ने हंडिया का दौरा किया। एसीएमओ ने बताया कि मृतक के परिवार वालों ने झोलाछाप के बारे में जानकारी देने से इंकार कर दिया था। बावजूद इसके गांव वालों से पूछताछ कर बरौत के एक झोलाछाप राहुल विश्वास के क्लीनिक पर छापेमारी की गई। क्लीनिक के बगल ही वह मेडिकल स्टोर भी चला रहा था।

नोटिस के साथ एक दिन का समय

पूछताछ में उसने बताया कि उसके पास आयुर्वेद का लाइसेंस है और वह अंग्रेजी दवाएं नहीं लिखता है। लेकिन मौके पर कागजात उपलब्ध नहीं करवा सका। अधिकारियों ने उसे नोटिस थमाते हुए एक दिन का समय दिया है। रजिस्ट्रेशन का प्रमाण नहीं देने पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। बता दें कि अहिरी दलित बस्ती के रमेशचंद्र का बेटा करन और पत्‍‌नी रीना की डायरिया से मौत हो गई थी। साथ एक दर्जन के बीमार होने की सूचना थी। जिला संक्रामक रोग अधिकारी डॉ। एसडी द्विवेदी ने बताया कि बस्ती में मरीजों का इलाज चल रहा है और अब हालात काबू में हैं। सभी को जरूरी दवाएं दी गई हैं।