-जानलेवा बुखार को रोकने में नाकाम साबित हो रहा स्वास्थ विभाग

-शहर में रोजाना बढ़ रही बुखार के मरीजों की संख्या, लगाए कैंप

Meerutशहर में रविवार को चार नए मामलों के साथ चिकनगुनिया की मरीजों की संख्या 48 हो गई, वहीं डेंगू के मरीजों की संख्या चार नए केस सामने आए हैं, जिसके साथ मरीजों 30 हो गई।

बढ़ रहे बुखार के मरीज

शहर में बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि जिला अस्पताल से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल तक फुल नजर आ रहे हैं। जबकि जानलेवा बुखार के सामने स्वास्थ विभाग के सारे दावे और इंतजाम हवा हवाई साबित हो रहे हैं। हालांकि विभाग सीमित संसाधन और स्टाफ की कमी का रोना रो रहा है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि संसाधन और स्टाफ की जरूरत विभाग को उस समय ही महसूस होती है, जब शहर किसी बीमारी की जकड़ में होता है।

स्वास्थ विभाग ने लगाया कैंप

-जयभीमनगर

-लल्लापुरा

-माधवपुरम

-पुरानी मोहनपुरी

-भगतवपुरा

-इंद्रानगर

-फतेहउल्लापुर

-कुंडा

-मुल्तानगर

-पल्हैडा

459 बुखार के नए मरीज

शहर में बढ़ रही बुखार के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ विभाग ने दस स्थानों पर कैंप लगाकर बुखार के मरीजों की जांच की। इस दौरान कार्यवाहक सीएमओ डॉ। शरद त्यागी और जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। योगेश सारस्वत ने अपनी टीमों के साथ कैंपों को निरीक्षण किया। डॉ। सारस्वत ने बताया कि कैंपों में कुल 1878 मरीजों की जांच की गई, जिनमें 459 लोगों को बुखार पाया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान 295 लोगों ने अपनी ब्लड स्लाइड़ बनवाई।

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रविवार को सीएमओ के निर्देश पर शहर में दस स्थानों पर कैंप लगाया गया। कैंपों में डॉक्टर्स ने मरीजों का चेकअप किया, जिसमें से 459 मरीज बुखार के पाए गए।

-डॉ। योगेश सारस्वत, डीएमओ