-डॉ। एसके प्रसाद बने संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी

-सीएमओ ने गठित की आरआरटी टीम

- संक्रामक रोग से फैलने वाली बीमारियों पर नजर रखेगी टीम

GORAKHPUR: संक्रामक रोग का सीजन शुरू होने से पहले इससे जंग के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने आरआरटी (रैपिड रिस्पांस टीम) गठित कर ली है। टीम के सदस्यों को सीएमओ ने हर इमरजेंसी के वक्त सजग रहने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सीएमओ ऑफिस स्थित कंट्रोल रूम को अलर्ट कर दिया गया है।

तत्काल कार्रवाई का दिया निर्देश

सीएमओ ने एसीएमओ डॉ। आईवी विश्वकर्मा को इसका नोडल अधिकारी बनाया है। टीम बनने के बाद सक्रिय हो पाती इससे पहले ही संक्रामक रोग नियंत्रण प्रभारी डॉ। विकास अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सीएमओ ने उनकी जगह डॉ। एसके प्रसाद को संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी के पद पर तैनात किया। सचल दल में अब एसके प्रसाद, डॉ। एसके द्विवेदी, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक शकील अहमद, केके श्रीवास्तव, एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता अमित कुमार शामिल हैं। शनिवार को इनके साथ सीएमओ ने बैठक करके इन्हें संक्रामक रोग की सूचना पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। न सिर्फ ये टीम कंट्रोल रूम नबर 8551-2205145 पर आने वाली सूचना पर एक्शन लेगी बल्कि विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों से सूचना जुटाकर आला अफसरों को देगी। सीएमओ ने कंट्रोल रूम के लिए जीवन रक्षक दवाएं, ब्लीचिंग पाउडर, ओआरएस पैकेट और क्लोरीन की गोलियां उपलब्ध कराई हैं।

प्रचार-प्रसार से दूर की जाएगी बीमारी

हैजा, गैस्ट्रो पीलियां प्राण घातक संक्रामक रोग हैं। यह रोग ज्यादातर दूषित जल पीने की वजह से होता है। संक्रामक रोग की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पम्पलेट के माध्यम से प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया। क्योंकि गर्मी में संक्रामक रोग फैलने की संभावना अधिक हो जाती है।

क्या न करें

-सड़े गले एवं कटे फलों का प्रयोग न करें

-बासी खराब भोजन का प्रयोग न करें

-घरों के आस पास गंदगी न होने दे

-दूषित पेय जल का प्रयोग कदापि न करें

क्या करें

-उल्टी दस्त होने की अवस्था में ओआरएस को घोल प्रयोग में लाएं

-शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन के मरीज की मृत्यु हो सकती है। इसलिए पास के स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए ले जाएं।

-स्वच्छ पानी का ही सेवन करें

-इंडिया मार्का के जल का प्रयोग करें अथवा पानी को उबाल कर ठंडा करके पीएं

-प्रति एक बाल्टी अथवा 20 लीटर पानी में क्लोरीन की एक गोली पीस कर डाले तथा इस प्रकार स्वच्छ किया हुआ जल प्रयोग में लाएं।