मुहिम

जुलाई के दूसरे सप्ताह से शुरू होगा अभियान

बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाएगा हेल्थ डिर्पाटमेंट

- डायरिया कंट्रोल वीक के तहत चलेगा प्रोग्राम

- बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाएगा स्वास्थ्य विभाग

मेरठ। डिहाइड्रेशन से होने वाली डेथ रेट को कंट्रोल करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग डायरिया कंट्रोल वीक (दस्त नियंत्रण पखवाड़ा) का आयोजन करने जा रहा है। इसके तहत विभाग बच्चों को नि:शुल्क ओआरएस और जिंक की टैबलेट प्रोवाइड करवाएगा। जुलाई के दूसरे सप्ताह में यह काम शुरु हो जाएगा।

आशा बांटेंगी घर-घर दवा

डायरिया से किसी बच्चे की मौत न हो इसके लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर ओआरएस के पैकेट बांटेंगी। जुलाई के दूसरे सप्ताह से 14 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि 10 प्रतिशत बच्चों की मौत का कारण डायरिया होता है। देखने में आता है कि बरसात में बच्चे इस से काफी प्रभावित होते हैं।

दस्त नियंत्रण पखवाड़ा

376774 कुल बच्चे

1552 कुल आशा

1000 घरों पर एक आशा

- नवजात से 5 वर्ष के बच्चों को दिया जाएगा घोल

- हर साल 12 लाख बच्चों की मौत डायरिया की चपेट में आने से होती है।

- 5 साल से कम आयु के बच्चों की मौत का वजह दस्त रोग ही होता है।

-14 दिन तक बच्चों को बांटी जाएंगी जिंक की गोली

क्या है डायरिया

दस्त या डायरिया दो तरह का होता है। 80 प्रतिशत केस वायरल डायरिया के होते हैं। बाकी बैक्टीरियल डायरिया के होते हैं। दूषित खाने या फिर दूषित पानी का प्रयोग करने से पेट में इंफेक्शन हो जाता है।

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बचाव के तरीके

बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। उमंग अरोड़ा ने बताया कि इस सीजन में अक्सर छोटे बच्चों को यह प्रॉब्लम हो जाती है।

-बच्चों को तरल पदार्थ ही देना चाहिए।

-बच्चे छोटे हैं तो मां का दूध देते रहना चाहिए।

-ओआरएस का घोल दें। नींबू, चीनी और पानी मिलाकर इसका घोल दें।

- नारियल पानी भी दे सकते हैं।

- बच्चों को इस तरह का भोजन देना चाहिए जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो।

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डायरिया को कंट्रोल करने के लिए ही दस्त नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस दौरान आशा का काम होगा कि वह ऐसे बच्चों के घरों में जाएं, जिनकी आयु 5 साल से कम है। यहां पर जाकर इन घरों में ओआरएस का पैकेट दिया जाएगा।

- डॉ। वीपी सिंह, सीएमओ