Eye bank की planning
एमजीएम हॉस्पिटल में आई बैंक के लिए लंबे समय से चल रही प्लानिंग भी इस बार पूरी हो सकती है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने नेशनल ब्लाइंडनेस कंट्रोल प्रोग्राम के तहत एनुअल प्लान एमजीएम और पीएमसीच, धनबाद में ऑप्थैल्मोलॉजी फैसिलिटीज अपग्रेड करने और रिम्स के रिजनल इंस्टीटट्यूट ऑफ अपथैलमोलॉजी के अपग्रेडेशन के लिए 2 करोड़ रुपए का फंड प्रपोज किया है। साथ पीएमसीएच और एमजीएम में आई बैंक की स्थापना की भी प्लानिंग की गई है। एमजीएम सुपरिंटेंडेंट डॉ शिव शंकर प्रसाद ने कहा कि हॉस्पिटल में आई बैंक के लिए लंबे समय से बात चल रही है, लेकिन जमीन और दूसरे इम्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के वजह से इस पूरा नहीं किया जा सका। ऐसे में अगर हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा पहल की जाती है तो आई बैंक का सपना पूरा हो सकता है।

MGM के लिए 20 करोड़
सुविधाओं की कमी से जूझ रहे सिटी स्थित महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमजीएमसीएच) की कंडीशन में इस साल सुधार की कुछ उम्मीदें दिखाई दे रही हैं। हॉस्पिटल के जर्जर हो चुके बिल्डिंग्स की मरम्मत के लिए डिपार्टमेंट द्वारा दिए गए पांच करोड़ रुपए से रेनोवेशन का काम पहले ही स्टार्ट किया जा चुका है। हेल्थ डिपार्टमेंट इस साल हॉस्पिटल के इस्टैब्लिशमेंट और डेवलपमेंट के लिए इस साल के एनुअल प्लान में 20 करोड़ रुपए प्रपोज किए हैं।

'आई बैंक के लिए लंबे समय से बात चल रही है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी की वजह से इसे नहीं बनाया जा सका। अगर इस दिशा में पहल होती है तो लोगों को काफी फायदा होगा.'
-डॉ शिव शंकर प्रसाद, सुपरिंटेंडेंट, एमजीम हॉस्पिटल

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in