-डीडीयू हॉस्पिटल में मरीजों से वार्ड हुआ फुल, इमरजेंसी के लेडी वार्ड में जेंट्स पेशेंट का हो रहा इलाज

-मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में भी लग रही है मरीजों की लंबी लाइन

VARANASI

कभी बारिश तो कभी तेज धूप। इन दिनों मौसम में खूब उतार-चढ़ाव हो रहा है। संक्रामक बीमारियां के लिए ये हालात बिल्कुल अनुकूल हैं। बड़ी संख्या में शहर के लोग इनकी चपेट में आ रहे हैं। गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स सहित प्राइवेट हॉस्पिटल मरीजों से पटे हुए हैं। पं। दीनदयाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में मरीजों की लंबी लाइन लग हुई है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में आलम यह है कि हर वार्ड का बेड फुल है। ऐसी स्थिति में हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को महिला वार्ड में पुरुष मरीजों को एडमिट कराना पड़ रहा है।

बीमार कर रहे लंबा इंतजार

दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की लगभग सभी ओपीडी सुबह नौ बजे से ही फुल हो जा रही हैं। यही हाल कमोबेश मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा का भी है, न्यू बिल्डिंग में संचालित सभी ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। सर्दी, जुकाम, खांसी, डायरिया, वायरल फीवर, कंजेक्टवाइटिस आदि बीमारियों से ग्रसित मरीजों से ओपीडी पटा हुआ है। खासकर फिजिशियन ओपीडी में अधिक ही भीड़ उमड़ रही है। इसके बाद अल्ट्रासाउंड सहित पैथॉलाजी सेंटर में जांच कराने को लेकर मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

थम नहीं रहा डायरिया

शहर में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिनों-दिन डायरिया मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। एहतियातन दोनों बड़े हॉस्पिटल्स में डायरिया को लेकर वार्ड रिर्जव किए गए हैं। सरैया, कोनिया, जैतपुरा, आदमपुरा, बजरडीहा, रेवड़ी तालाब आदि एरिया से डायरिया मरीजों की संख्या हॉस्पिटल में अधिक पहुंच रही है।

फंगल इंफेक्शन कर रहा तंग

मंडलीय हॉस्पिटल के स्किन ओपीडी में रोजाना चार से पांच सौ पेशेंट्स चेकअप के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकतर पेशेंट्स ऐसे हैं कि जिन्हें फंगल इफेक्शन से परेशान होते हैं। बच्चों और बुर्जुगों की संख्या सबसे अधिक है। जिनके बॉडी पर जगह-जगह लाल रंग के चक्कतें उभर आ रहे हैं। वहीं आई ओपीडी में इधर एक सप्ताह से ब्0 परसेंट मरीजों की संख्या बढ़ी है। इनमें सबसे अधिक कंजेक्टवाइटिस से परेशान लोग आ रहे हैं। इसमें अधिकतर युवा वर्ग शामिल है।

मंडलीय पर एक नजर

फ्क्भ्

बेड हैं मंडलीय हॉस्पिटल में

क्ख्

ओपीडी हैं यहां

क्भ्00-क्800

मरीज हर रोज ओपीडी के लिए कटाते हैं पर्ची

-आई ओपीडी में पहले सौ से सवा मरीज चेकअप के लिए पहुंचते थे अब इनकी संख्या दो से ढाई सौ हो गई है

-स्किन की दो ओपीडी में पहले लगभग तीन सौ पेशेंट पहुंचते थे अब इनकी संख्या हो गई है चार सौ के आसपास

-फिजिशियन की तीन ओपीडी में पहले कुल पांच से साढ़े पांच सौ पेशेंट पहुंचते थे अब सात से आठ सौ पेशेंट रोजाना पहुंच रहे हैं

डीडीयू पर एक नजर

क्भ्म्

बेड है यहां

क्0

ओपीडी है यहां

क्फ्00-क्भ्00

मरीज डेली कटाते हैं चेकअप के लिए पर्ची

-पीडियाट्रिक्स ओपीडी में पहले दो सौ पेशेंट पहुंचते थे अब तीन सौ पहुंच रहे हैं

-फिजिशियन की दो ओपीडी में पहले साढ़े तीन सौ पेशेंट पहुंचते थे अब चार से साढ़े चार सौ पेशेंट पहुंच रहे हैं

मौसम बदलने से मरीजों की संख्या बढ़ी है। यही कारण है कि हॉस्पिटल के इमरजेंसी में लेडी, जेंट्स वॉर्ड फुल हो चुके हैं। सबका इलाज होना जरूरी है। किसी को हटा नहीं सकते हैं।

डॉ। एसके उपाध्याय, सीएमएस

डीडीयू हॉस्पिटल

फंगल इंफेक्शन से ग्रसित मरीजों की संख्या ओपीडी में बढ़ी है। मौसम के उतार-चढ़ाव के दौरान गीले कपड़े अधिक देर तक पहने रहने से यह परेशानियां हो रही है।

डॉ। एसएन दीक्षित

स्किन स्पेशलिस्ट, मंडलीय हॉस्पिटल