-मोबाइल, कंप्यूटर से कमजोर हो रहा बच्चों की आंखों का विजन

-200 से अधिक बच्चों की रोजाना हो रही आंखों की जांच

आधुनिकता के दौर में अब मां-बाप से पहले उनके बच्चों की नजरें कमजोर पड़ने लगी है। डॉक्टर्स इसकी सबसे बड़ी वजह कंप्यूटर, मोबाइल बता रहे हैं। चाहे सरकारी हॉस्पिटल हो या प्राइवेट हर जगह आई चेकअप कराने वालों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। बच्चों में लगातार बढ़ते आई प्रॉब्लम को लेकर चिकित्सक भी हैरान है। उनका कहना है कि अगर समय रहते बच्चों को मोबाइल और कंप्यूटर से दूर न किया गया तो उम्र से पहले ही इनके आंखों पर चश्मा लग जाएगा। जिसके लिए जिम्मेदार उनके मां-बाप खुद होंगे।

मंडलीय में ज्यादा केसेज

बनारस के सभी सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल में मिलाकर डेली 150 से अधिक बच्चों का आई चेकअप हो रहा है। मंडलीय हॉस्पिटल में रोजाना आई ओपीडी में पहुंचने वाले 200 मरीजों में 50 से ज्यादा बच्चों के आंखों की जांच हो रही है। वहीं डीडीयू में भी डेली 40 से 45 बच्चों का आई चेकअप हो रहा है। इसके अलावा आरके नेत्रालय में भी 40 मरीजों में 10 के करीब बच्चें हैं। इसमें 8 से 18 एज ग्रुप के बच्चे हैं। इसी तरह शहर के अन्य हॉस्पिटल्स का अलग-अलग आंकड़ा है।

बच्चों को नहीं पता नुकसान

डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चे इंटरनेट पर चैटिंग और मोबाइल पर गेम की लत में फंसते जा रहे हैं। जबकि यह आदत न सिर्फ आंखों के लिए बल्कि मानसिक लिहाज से भी घातक है। मंडलीय हॉस्पिटल के वरिष्ठ आई स्पेशलिस्ट डॉ। एके सिंह का कहना है कि बच्चों की आंखों में आ रही समस्या की सिर्फ मोबाइल से नहीं बल्कि दूषित हवा व केमिकल युक्त भोजन से भी आ रही है। बच्चों को नहीं मोबाइल के लगातार इस्तेमाल के मेरिट डिमेरिट का पता नहीं है। इसलिए पेरेंट्स का फर्ज है कि वे उन्हें इसके बारे में बताएं।

एक नजर

200

से ज्यादा बच्चे चेकअप के लिए शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पहुंच रहे।

50

से ज्यादा बच्चें सिर्फ मंडलीय हॉस्पिटल में

40 बच्चों की डीडीयू में हो रही जांच

ये है नजर कमजोर होने की निशानी

-आमतौर पर नजर कमजोर होने का यह पहला लक्षण है। बच्चे में अगर लगातार सिरदर्द की शिकायत है तो समझ लें की उसकी आंख में शिकायत है।

-अगर आपका बच्चा दिनभर आंखें मलता है तो यह कमज़ोर नज़र की निशानी भी हो सकती है। इसे नजरअंदाज न करें।

-अगर बच्चे को उजाले से परेशानी हो या तेज रोशनी से वह अपनी पलकों को तेज़ी से झपकाए तो सावधान हो जाएं।

-जब बच्चा एक आंख बंद करके टीवी देखे या खेलता है तो ये नजर कमजोर होने की पक्की निशानी है।

वर्जन----

कम्प्यूटर व मोबाइल का अधिक समय तक इस्तेमाल करने से बच्चों की आंखों का विजन प्रभावित हो रहा है। आंखों से पानी आना, लाल होना, खुजली होना आदि कई समस्यायें शुरु हो जाती है।

डॉ। एके सिंह, आई स्पेशलिस्ट, मंडलीय हॉस्पिटल

लगातार मोबाइल के इस्तेमाल से बच्चों की आंखों में कई तरह के विकार जन्म ले रहे हैं। इससे आखों ड्राई होना, लगातार पानी गिरना, विजन कमजोर होने जैसी समस्याएं है। इसको लेकर पेरेंट्स को फिक्रमंद होने की जरुरत है।

डॉ। आरके ओझा, आरके नेत्रालय