-वर्ष 2018 के सर्वेक्षण रिपोर्ट में 325वें नंबर पर है बरेली

जबकि, वर्ष 2017 में 298वें पायदान पर था

-सॉलिड वेस्ट के निस्तारण में कटा सबसे ज्यादा नंबर

बरेली: स्मार्ट सिटी बनने की रेस में शामिल बरेली औंधे मुंह गिरा है। स्वच्छ शहरों की जारी सूची में बरेली नगर निगम पुरानी रैंकिंग को भी बचा नहीं पाया। वर्ष 2017 की सूची में बरेली 298वें पायदान पर था। एक साल के दौरान रैंकिंग में सुधार होने की बजाय 27 अंक नीचे लुढ़क कर बरेली 325वें स्थान पर पहुंच गया है। नंबरों का यह गेम नगर निगम के अधिकारियों की नाकामी को जगजाहिर कर दिया, जो बरेली को स्मार्ट बनाने की बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि अफसर कूड़े के निस्तारण नहीं कर सके। सबसे ज्यादा नंबर कूड़ा निस्तारण में ही कटा है।

परफॉर्मेस रिपोर्ट एक नजर में

मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अरबन अफेयर ने अर्बन लोकल बॉडी यानि नगर निगम की कार्य प्रणाली को तीन मापदंडों पर नापा है। सर्विस लेवल प्रोग्रेस कुल 1400 नंबर का था, जिसमें बरेली नगर निगम को महज 141 अंक मिले हैं, जो स्टेट लेवल पर औसत मार्क 154.23 और नेशनल लेवल पर औसत मार्क 287.63 से भी कम है।

डायेक्ट ऑब्जर्वेशन के 1200 नंबर थे, जिसमें बरेली नगर निगम ने स्टेट और नेशनल लेवल की औसत मार्क से अधिक है। बरेली को जहां 828.2 अंक मिले हैं, तो स्टेट लेवल का औसत मार्क 711.79 और नेशनल लेवल का औसत मार्क 806.15 है।

सिटिजन फीडबैक में भी पिछड़े

सिटिजन फीडबैक भी 1400 नंबर का था, जिसमें बरेली नगर निगम को महज 615.74 अंक मिले हैं, जो यह बताता है कि बरेली को स्मार्ट बनाने में यहां के निवासी भी खास इंट्रेस्ट नहीं ले रहे हैं। यही वजह रही कि जब ऑनलाइन फीडबैक मांगे गए थे, तो गिनती भर लोगों ने अपनी राय जाहिर की थी। यही वजह रही कि स्टेट लेवल और नेशनल लेवल की मार्किंग से बरेली नीचे है। स्टेट लेवल 723.83 और नेशनल 837.52 अंक पर है।

बरेली को 4000 में मिले 1584.94 अंक

सर्विस लेवल प्रोग्रेस, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशवन और सिटिजन फीडबैक के टोटल 4000 अंक होते हैं। इसमें बरेली को कुल 1584.94 अंक मिले। जो स्टेट लेवल की औसत मार्किंग 1589.84 और नेशनल लेवल मार्किंग 1931.3 से कहीं कम है।