याचिकाकर्ता रखेंगे कूड़े की भयावहता का सच

नगर निगम बताएगा समाधान की योजना

Meerut। शहर में तमाम स्थानों पर खुले में कूड़े की डंपिंग करके खड़े किये गये पहाड़ पर सोमवार को एनजीटी सुनवाई करेगी। इस दौरान याचिकाकर्ता शहर में मौजूद कूड़े के पहाड़ के साक्ष्य पेश करेंगे तो नगर निगम उसके समाधान की अपनी योजना पेश करेगा। निगम के अधिवक्ता ने पिछली सुनवाई में मंगतपुरम में कूड़े की मौजूदगी से ही इंकार कर दिया था।

आठ लाख टन कूड़े का पहाड़

नगर निगम ने शहर में कई स्थानों पर खुले में ही कूड़ा डंप कर रखा है। दिल्ली रोड पर होटल मुकुट महल के पीछे मंगतपुरम में आठ लाख टन कूड़े का पहाड़ खड़ा है। किला रोड पर गांवड़ी गांव में निगम के डंपिंग स्थल पर तो वर्षो से कूड़ा डाला जा रहा है। हापुड़ रोड पर लोहियानगर के पास तथा कंकरखेड़ा में भी खुले में ही कूड़ा डंप किया जा रहा है। कूड़े के पहाड़ से शहर के नागरिक परेशान हैं। बीमारियां फैल रही हैं। इन हालात के खिलाफ आरटीआइ कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने एनजीटी में अपील की थी। जिसकी फरवरी के प्रथम सप्ताह में सुनवाई हुई थी। उक्त सुनवाई में निगम के अधिवक्ता ने मंगतपुरम में कूड़ा होने से ही इंकार कर दिया था। आज फिर से इसी मामले में एनजीटी सुनवाई करेगी। याचिकाकर्ता ने मंगतपुरम समेत शहर के सभी डंपिंग ग्राउंड के फोटो तथा वीडियो तैयार की है। जिसे सोमवार को एनजीटी के सामने रखा जाएगा। वहीं नगर निगम प्रशासन में भी इस सुनवाई को लेकर हरकत तेज है। निगम प्रशासन ने जहां फिलहाल मंगतपुरम में कूड़ा डालना बंद कर देने का दावा किया है वहीं इसके निस्तारण के लिए भी प्रस्ताव शासन को भेजा है।

मंगतपुरम में कूड़ा निस्तारण की योजना का प्रस्ताव शासन के पास स्वीकृति के लिए गया है। वहीं गांवड़ी में भी कूड़े से गैस बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाने का कार्य अंतिम चरण में है। कूड़ा निस्तारण का कार्य शुरू होने से पहले इस समस्या का समाधान मुश्किल है।

डॉ। कुंवरसैन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी