- इंस्टीट्यूट के लिए पनकी और भाऊपुर के बीच सुरार गांव के पास प्रशासन ने दी 25 एकड़ जमीन

- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय करेगा इंस्टीट्यूट की स्थापना, पहला इंस्टीट्यूट मैसूर में है

KANPUR : कानपुर में देश के दूसरे हियरिंग एण्ड स्पीच इंस्टीट्यूट के निर्माण की कवायद तेजी से चल रही है। प्रशासन ने इसके लिए जमीन भी चिन्हित करके दे दी है। पहला इंस्टीट्यूट कर्नाटक के मैसूर में स्थापित किया गया है।

दो साल पहले बनी थी योजना

राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इस इंस्टीट्यूट का निर्माण केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय करा रहा है। कानपुर में इस इंस्टीट्यूट को स्थापित करने की योजना करीब दो साल पहले बनी थी। तब स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश शासन से इस इंस्टीट्यूट के लिए जमीन मांगी थी।

मंत्रालय की टीम ने फाइनल किया

प्रदेश शासन ने स्थानीय प्रशासन को जमीन की व्यवस्था करने के लिए कहा। इस पर प्रशासन ने पनकी और भाऊपुर के बीच सुरार गांव के पास ग्राम समाज की 25 एकड़ भूमि को इंस्टीट्यूट के लिए चिन्हित कर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी दी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने चिन्हित स्थल का दौरा कर मौका मुआइना किया। प्रशासन द्वारा चुनी गई जमीन को मंत्रालय की टीम ने उपयुक्त बताते हुए फाइनल कर दिया है। जल्द ही इस भूमि को ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

पहला इंस्टीट्यूट मैसूर में खुला

कर्नाटक के मैसूर में पूरी तरह से स्वायत्त संस्थान के रूप में वर्ष 1965 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व भारत सरकार द्वारा देश के पहले इंस्टीट्यूट को स्थापित किया गया। इस इंस्टीट्यूट का मुख्य उद्देश्य व्यवसायिक शिक्षण नैदानिक सेवाएं, शोध कार्य और जनता को श्रवण और संचार संबंधी विकारों, आवाज, प्रवाह, ध्वनि और भाषा संबंधी विकारों से अवगत कराना है।

इंस्टीट्यूट में कई कोर्स चलेंगे

यहां कई कोर्सेज होंगे, जिसमें एक सर्टिफिकेट कोर्स, 3 डिप्लोमा कार्यक्रम, श्रवण आधारों और इयरमोल्ड प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा, युवाओं में स्थित श्रवण समस्या और दूरागत माध्यम से 2 स्नातक स्तर के कार्यक्रम, बीएससी वाचन और श्रवण और बीएसएड श्रवण समस्या, द्वय नैदानिक भाषा विज्ञान में स्नाकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम और फोरसेनिक वाचन विज्ञान और तकनीकी 3 स्नाकोत्तर स्तर के कार्यक्रम के अलावा एमएससी ऑडियोलॉजी, एमएससी भाषा-वाचन प्रौद्योगिकी और एमएसएड वाचन समस्या के कोर्स चलेंगे। इसके अलावा अन्य विषय नैदानिक मनोविज्ञान, भाषा विज्ञान और इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई भी यहां कराई जाएगी।