बुधवार रात सिविल लाइंस में मामूली बात पर मारी गई अनुराग पाठक को गोली

स्कार्पियो सवार युवकों का कोई पता नहीं लगा सकी पुलिस, फायरिंग होते ही भाग गए थे साथी

ALLAHABAD: जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों के दिमाग का पारा भी चढ़ रहा है। इसकी वजह से छोटी-छोटी बात पर लोगों को गुस्सा आ रहा है और गुस्से में लोग जान तक ले ले रहे हैं। गर्मी और गुस्से ने ही पांच दिन में दो युवकों की जान ले ली। शनिवार की रात सिगरेट का बकाया पैसा मांगने पर सिविल लाइंस बस अड्डा के पास पान की दुकान लगाने वाले शाहगंज निवासी महेंद्र चौरसिया को गोली मार दी गई। बुधवार की रात कानपुर रोड पर बियर खरीदने के दौरान हुई कहा-सुनी के बाद राजरूपपुर निवासी अनुराग पाठक को गोली मार दी गई।

पांच दिन के अंदर सिविल लाइंस एरिया में दो युवकों की हत्या ये साबित करती है कि वाकई में यहां लोगों के दिमाग का पारा चढ़ गया है। राजरूपपुर का अनुराग पाठक बुधवार की रात छह दोस्तों के साथ पार्टी एंजॉय करने निकला था। उसके दोस्त सत्यम ने आईपीएल का सट्टा जीतने के बाद पार्टी के लिए सभी को इनवाइट किया था। सभी दोस्त सत्यम, आनंदकर, दिनकर सिंह, तार्किक, परमवीर, प्रांसु और अनुराग झलवा स्थित रेस्टोरेंट पर गए। वहां खाना अच्छा न होने पर सभी ने एजी ऑफिस के पास स्थित जयशंकर ढाबा में भोजन करने का मन बनाया।

भोजन से पहले बीयर

तीन बाइक से छह दोस्त सिविल लाइंस पहुंचे और खाना-खाने से पहले बियर पीने का मन बनाया। सभी राजू चिकन शॉप के सामने स्थित बियर की दुकान पर पहुंचे। रात को पौने दस बजे जब ये बीयर शॉप पर पहुंचे वहां पहले से मौजूद दो-तीन युवकों से कहा-सुनी हो गई। इसके बाद पहले से खड़े युवकों में से एक ने वहां खड़ी सफारी से असलहा निकाला और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग होते ही अनुराग के दोस्त वहां से भाग खड़े हुए और सफारी सवार युवकों ने अनुराग को घेर कर गोली मार दी। अनुराग की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद सफारी सवार युवक फरार हो गए।

तो बच जाती जान

पोस्टमार्टम हाउस पर अनुराग पाठक के चचेरे भाई ने बताया कि रात में बीयर की दुकान पर मारपीट के बाद हवाई फायरिंग हुई तो अनुराग के दोस्त भाग गए। अनुराग हिम्मती था, इसलिए नहीं भागा और घिर गया। यदि उसके दोस्तों ने भागने के बाद भी तत्काल 100 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी होती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।

चली थी तीन गोली

कानपुर रोड पर लोटस अपार्टमेंट के पास स्थित जिस बीयर की दुकान पर अनुराग को गोली मारी गई, उसके सेल्समैन राकेश सिंह से दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे नीम के पेड़ के नीचे खड़े होकर कुछ युवक बीयर पी रहे थे। कुछ लोग दुकान के बाहर खड़े थे। साढ़े नौ से पौने दस बजे के बीच किसी बात को लेकर उनमें मारपीट शुरू हो गई। अफरा-तफरी मची तभी फायरिंग शुरू हो गई। कुल तीन गोली चली। थोड़ी देर बाद पुलिस आई और उसे ऑटो पर लाद कर ले गई। ग्यारह बजने में दस मिनट बाकी था, तभी मैंने दुकान बंद कर दी।

नौ बजे बंद हो गई थी चिकन शॉप

बीयर शॉप के सामने स्थित राजू चिकन शॉप के मालिक बबलू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मारपीट करने वाले लोग उनकी दुकान पर नहीं आए थे। दुकान रात नौ बजे ही बंद हो गई थी। घटना साढ़े नौ से दस बजे के बीच घटित हुई थी।

अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

अनुराग पाठक के परिजनों ने सिविल लाइंस थाने में बुधवार देर रात अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने अनुराग के दोस्तों का भी बयान दर्ज किया। गोली मारने वाले बदमाशों का पुलिस गुरुवार की देर शाम तक पता नहीं लगा सकी थी।

अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। छानबीन जारी है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

इंस्पेक्टर, सिविल लाइंस