JAMSHEDPUR: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में मरीजों की फजीहत लगातार हो रही है। बेड की कमी के कारण मरीजों को फर्श पर ही लेटा दिया जा रहा है। सोमवार को भी एक ऐसा ही मामला देखने को मिला। लू की चपेट में आई चांडिल की एक छात्रा को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। इमरजेंसी में बेड की कमी के कारण काफी देर तक उसे फ र्श पर ही लेटा कर रखा गया। पिता कागज बनाने के चक्कर में इधर-उधर भटकते रहे।

पिता के साथ आई थी

चांडिल सिंहभूम कॉलेज के इंटर की छात्रा तापसी मंडल (18) सोमवार को अपने पिता विशेश्वर मंडल के साथ बाइक पर जमशेदपुर शॉपिंग करने आई थी। शॉपिंग करने के दौरान साकची स्थित झंडा चौक के पास वह लू की चपेट में आकर बेहोश हो गई। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल लाया गया।

एमजीएम में थी काफी भीड़

मौसम का बदलता मिजाज और चिलचिलाती धूप के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी बढ़ रही है। रोज सैकड़ों मरीज इलाज के लिए अस्पताल आ रहे हैं। परंतु अस्पताल प्रबंधन द्वारा पर्याप्त मात्रा में बेड की व्यवस्था नहीं की गई है। ज्यादातर मरीजों का इलाज फर्श पर किया जा रहा है। इससे मरीज काफी परेशान हैं।

इलेक्ट्रीक बोर्ड में लगा था स्लाईन-फोटो है

मरीजों को स्लाईन चढ़ाने के लिए अस्पताल प्रबंधन के पास स्टेंड की भी कमी है। इसी कारण मरीजों को चढ़ाया जाने वाला स्लाईन इलेक्ट्रीक स्वीच में टांग कर रखा गया था। इतने बड़े सरकारी अस्पताल में मरीजों की ऐसी फजीहत सरकारी व्यवस्था का पोल खोल रहा है।

बेटी के इलाज के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। कागज बनाने के लिए डॉक्टर इधर-उधर दौड़ाते रहे। बेड खाली नहीं होने का कारण उसे फर्श पर ही रखा गया था।

-विशेश्वर मंडल, चांडिल