उमस से परेशान लोगों को त्यौहार पर झमाझम बारिश ने दिया खुशनुमा महौल

हालांकि जलनिकासी की समस्या से ताल तलैया बनीं सड़कों पर झेलनी पड़ी मुसीबत

ALLAHABAD: सावन और बारिश का अनूठा संबंध है। कवि की रचनाओं में ये संबंध हमेशा झलकता रहा है। रिमझिम गिरे सावनजैसे सदाबहार गीतों ने गीतकारों ने भी इस अनूठे संबंध पर मुहर लगाई है। लेकिन इस बार सावन के महीने में बहुत कम ही बारिश हुई, जो कि उमस और चटख धूप के रूप में लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी रही। हालांकि विदाई की बेला में फुहारों से तन मन को भिगोकर सावन ने इस दर्द को कुछ हद तक दूर करने की कोशिश की। शनिवार को झमाझम बारिश हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली।

भोर में झूम कर बरसे बदरा

झमाझम बारिश का सिलसिला शनिवार की भोर करीब चार बजे से ही शुरू हो गया था। घंटे भर झमाझम बरसात के बाद सुबह तक रिमझिम फुहारों का दौर चला। कई दिनों से उमस से परेशान लोगों को उम्मीद थी कि रक्षाबंधन पर फुहारें पड़ सकती हैं। क्योंकि शुक्रवार रात से ही भद्रा नक्षत्र लग गया था और यह शनिवार दोपहर तक था। बड़े बुजुर्गो का मानना है कि भद्रा में बारिश जरूर होती है, और ऐसा ही हुआ।

जलजमाव ने किया परेशान

हालांकि तेज बारिश के चलते

शहर के मीरापुर, अल्लापुर, लीडर रोड, बैरहना, खुशरूबाग आदि इलाकों में सड़क पर जलभराव हो गया। सबसे खराब हालत तो निरंजन डॉट पुल पर रही। त्यौहार मनाने शहर में ही बहनों के घर की रुख करने वालों को जलभराव के चलते दुश्वारियों का सामना करना पड़ा।

बारिश में गिरा पेड़, लगा जाम

खुसरोबाग एरिया में बारिश के चलते सड़क पर पेड़ गिर जाने से लोगों को भारी दिक्कत हुई। सड़क पर पानी जमा होने के कारण ट्रैफिक भी रेंगता रहा। लोगों को जाम से जूझना पड़ा। त्यौहार के चलते सड़कों पर रश भी ज्यादा था। इसलिए कई जगह जाम की स्थिति बनी रही।