RANCHI: घाटे से उबारने के लिए रांची स्थित एचईसी के इंजीनियरों को मैन्यूफैक्चरिंग व‌र्ल्ड में हो रहे नए तकनीकी बदलावों से रूबरू कराया जाएगा। इसके लिए रशिया स्टेट न्यूक्लियर कॉरपोरेशन की सब्सिडियरी कंपनी सिनेमाश के साथ एचईसी ने एमओयू साइन किया है। इसके तहत रूसी कंपनी सिनेमाश पूरी दुनिया की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में होने वाले नए बदलाव व टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग एचईसी के इंजीनियरों को देगी, जिसका इम्प्लीमेंट कर एचईसी के इंजीनियर कॉरपोरेशन को लाभ पहुंचा सकेंगे।

एक से चार महीने की ट्रेनिंग

एचईसी के इंजीनियरों के लिए एक महीने से चार महीने तक का यह एक कोर्स होगा। रूसी कंपनी द्वारा कोर्स का पूरा डिजाइन तैयार कर लिया गया है और इंजीनियरों को इसके बारे में सिखाया जाएगा। शुरुआत में एक महीने का कोर्स होगा। उसके बाद चार महीने तक का कोर्स भी कराया जाएगा। जो कोर्स का डिजाइन किया गया है वो अलग-अलग समय के लिए होगा।

मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने की तकनीक

सीनेमाश कंपनी द्वारा एचईसी के इंजीनियरों को ट्रेनिंग देने के लिए टेक्नोलॉजी, इक्विपमेंट्स व वेल्डिंग का कोर्स डिजाइन किया गया है। एचईसी हेवी मशीनरीज तैयार करता है। इस कंपनी में नए इक्विपमेंट्स तैयार किये जाते हैं। इसलिए रूसी कंपनी द्वारा एचईसी के इंजीनियरों को मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए पूरी दुनिया की नई टेक्नोलॉजी की जानकारी दी जाएगी।

नई टेक्निक की दी जायेगी ट्रेनिंग

पूरे देश के कई बड़े संस्थान जो मैन्युफैक्चरिंग का काम करते हैं, वहां के इंजीनियरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। शुरुआत में देश के 23 जगहों पर 200 इंजीनियरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। गौरतलब हो कि सिनेमाश कंपनी विकसित हो रहे टेक्नोलॉजी पर काम करती है।