केदारनाथ यात्रा में बढ़ती भीड़ के चलते यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यूकाडा ने शनिवार को सीमा विस्तार के लिए दो नई कंपनियों को टेंडर दिया. अब केदारनाथ में 8 हेली कंपनियों को हेली सेवा संचालन की स्थाई अनुमति यात्रा सीजन के लिए मिल गई है, इससे पहले 6 कंपनियों को स्थाई और तीन कंपनियों को 3 दिन की अस्थाई अनुमति मिली थी. लेकिन, हेली सेवाएं यात्रियों की सुविधा की जगह परेशानी का कारण बन गई हैं. मानकों की अनदेखी कर हेली सेवाएं संचालित हो रही हैं, खुद केदारनाथ विधायक ने भी हेली सेवाओं का सैटरडे को जायजा लिया और व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए.

प्लास्टिक ने रोकी हेली सेवा

सोनप्रयाग के पास सिम्सन हेलीपैड पर 3 दिन की अस्थाई अनुमति मिलने पर यात्रियों को उड़ा रही पिनेकल एयर हेली कंपनी के हेलीकॉप्टर में शनिवार शाम हवा में उड़ती हुआ प्लास्टिक उलझ गया. इससे अचानक पायलट और ऑपरेशन स्टाफ घबरा गया हालांकि यह घटना तब हुई जब हेलीकॉप्टर केदारनाथ से यात्रियों का दल लेकर हेलीपैड पर लैंड कर रहा था. इसके बाद पायलट में अपने लेवल पर एक खाली फ्लाइंग करके देखी और दो बार यात्रियों को केदारनाथ पहुंचाया लेकिन तेज हवा में प्रॉब्लम होने के कारण दोपहर साढ़े 3 बजे बाद पिनेकल को अपनी सर्विस रोकनी पड़ी. पिनेकल का हेलीपैड और हैंगर मंदाकिनी वैली के ही फाटा में है, लेकिन स्थाई टेंडर सेरसी का निकला था. ऐसे में पिनेकल को अपनी सेवाएं सेरसी से आगे सिम्सन के हेलीपैड से शुरू की थी.

यात्रियों का हंगामा, हाथापाई की नौबत

पिनेकल एयर हेली के अचानक सर्विस रोक देने के कारण जीएमवीएन द्वारा बुक किए गए टिकट लेकर पहुंचे सैकड़ों यात्री हेलीपैड पर हंगामा करते रहे. करीब 2 घंटे यात्रियों और पिनेकल एयर कंपनी के स्टाफ के बीच जमकर बहस हुई, हाथापाई की नौबत आ गई. कंपनी के पायलट को हेलीकॉप्टर लेकर वहां से भागना पड़ा. केदार वैली में हेली सेवा के नाम पर देश भर में यात्रियों से करोड़ों रुपए की ठगी अब तक हो चुकी है.

विधायक ने किया इंस्पेक्शन

केदारनाथ यात्रियों को लगातार हो रही परेशानी और हेली सेवा वालों की मोनोपॉली के बीच विधायक मनोज रावत ने भी सेरसी के पास स्थित हेलीपैड पहुंचकर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का जायजा लिया. खुद विधायक ने हेली सेवा के जरिए केदारनाथ तक का सफर किया और यात्रियों को मिल रही सुविधाओं को परखा.

बच्चे कर रहे सिक्योरिटी चेक

हेली कंपनियों की लापरवाही का एक और बड़ा नजारा सामने आया है. यहां यात्रियों की सिक्योरिटी चेक के लिए हेली कंपनियों द्वारा ट्रेंड स्टाफ की जगह ग्रामीण इलाकों के छोटे-छोटे बच्चों को तैनात किया हुआ है. इन्हीं के द्वारा यात्रियों की चेकिंग की जा रही है, जो कई सवाल खड़े करता है.