RURAPRAYAG: केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) ने हेली सेवाओं को बहाल करने की अनुमति दी। बुधवार को विभिन्न हेलीपेड्स से हेली कंपनियों ने भ्0 से ज्यादा उड़ानें भरीं जिनसे करीब ढाई सौ भक्त केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे। मालूम हो कि एनजीटी की ओर से निर्धारित मानकों का पालन और हेली कंपनियों से तलब की गई जानकारियां मुहैया न कराने पर हेली सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी।

 

जमा किये जरूरी दस्तावेज

केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं के संचालन को लेकर हेली कंपनियों के लिए कुछ मानक तय किए गए हैं। इसमें दो हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर ही उड़ान भरने की अनुमति है, ताकि नीचे स्कूलों अथवा आम ग्रामीणों को ध्वनि प्रदूषण से संबंधित शिकायत न हो, साथ ही वन्य जीवों को इससे कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा, हेली कंपनियों के लिए उड़ान भरने का समय भी निर्धारित किया गया है। हवाई कंपनियों ने उड़ानों से संबंधित दस्तावेज उड्डयन विभाग में जमा नहीं किए थे। इस आधार पर सरकार ने सभी कंपनियों की उड़ानों पर रोक लगाते हुए देहरादून तलब किया था। बुधवार को सभी कंपनियों ने अपने दस्तावेज शासन में जमा करा दिए, जिसके बाद इन्हें उड़ान भरने की अनुमति मिल गई। बुधवार को सभी नौ कंपनियों ने केदारनाथ धाम के लिए भ्0 से ज्यादा उड़ानें भरीं, जिसमें लगभग ख्भ्0 से अधिक यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि सभी हवाई कंपनियों को मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, वरना हेली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

 

9 कंपनियां दे रही हैं सेवाएं

इंडोकॉप्टर, ट्रांसभारत, आर्यन, पवन हंस, एरो, हेरीटेज, हिमालयन हेली, ग्लोबल, समिट एविएशन।